शनिवार, 23 जनवरी 2021

सूरजपुर पुलिस शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर लगातार कर रही कार्यवाही..........

सूरजपुर: सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने एवं दुर्घटनाओं की रोकथाम के उद्देश्य से सूरजपुर पुलिस के द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस के इस अभियान के तहत शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ शिकंजा कसना शुरू किया जा चुका है। सूरजपुर पुलिस अधीक्षक श्री राजेश कुकरेजा के निर्देशन में सूरजपुर यातायात व थानों की पुलिस ने शराब पीकर वाहन चलाने वाले व्यक्तियों पर लगातार मोटर व्हीकल एक्ट की कार्यवाही कर रही है।
          शराब का सेवन कर वाहन चलाने वाले अपनी जान को जोखिम में तो डालते ही है साथ ही उनकी लापरवाही से दूसरों को खामियाजा भुगतना पड़ता है। ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने की दिशा में राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के दौरान जिले की यातायात व थानों की पुलिस ने शराब सेवन कर वाहन चलाने वाले 21 वाहन चालकों के विरुद्ध 185 एमव्ही एक्ट के तहत् कार्यवाही करते हुए प्रकरण तैयार कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किये गए। ज्ञात हो कि शराब पीकर वाहन चलाते पाए जाने पर माननीय न्यायालय में 10 हजार रूपये का चालान पटाना पढ़ता है।
          यदि वाहन चालक सावधानी के साथ यातायात नियमों का पालन करते हुए सड़कों में यात्रा करें तो अपने साथ कई लोगों का जीवन सुगम बना सकते हैं। पुलिस अधीक्षक श्री राजेश कुकरेजा के प्रभावी निर्देशन में जिले की पुलिस ने शराब पीकर वाहन चलाने वाले तथा यातायात नियमों की अनदेखी करने वाले चालकों के विरुद्ध कार्यवाही कर रही है।

शराबी वाहन चालकों के हो रहे लाईसेंस निलंबित।

माननीय उच्चतम न्यायालय के निर्देशानुसार जिले की पुलिस ने लाईसेंस निलंबन हेतु नशे में चलाने वाले वाहन चालकों के ड्राईविंग लाईसेंस जप्त अथवा उसकी प्रतियां ली जा रही है ताकि उनके लायसेंस को निलंबित करने हेतु आरटीओ को भेजी जा सके, पूर्व में भेजे गए प्रकरणों में कईयों के लायसेंस भी निलंबित हो चुका है। आए दिन होने वाले हादसों का मुख्य कारण शराब पीकर वाहन चलाना माना जाता है अधिकतर हुई दुर्घटनाओं में जो बात निकल कर सामने आती है उसमें प्रमुख कारक शराब पीकर वाहन चलाना ही होता है। चूंकि नशे की हालत में वाहन और वाहन की गति दोनों पर नियन्त्रण करना कठिन हो जाता है जो सड़क दुर्घटनाओं का एक प्रमुख वजह बन जाती है सूरजपुर पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में जिले की पुलिस द्वारा की गई लगातार जारी है।
          वर्तमान में भी शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले चालकों के विरुद्ध यह अभियान चलाया जा रहा है, ट्रेफिक प्रभारी सहित थाना-चौकी प्रभारी व उनकी टीम दिन के साथ-साथ रात्रि में बस, ऑटोरिक्शा, प्राइवेट कार, लोडिंग वाहन, मालवाहक ट्रकों-ट्रेलर्स के ड्राईवरों को ब्रेथ एनालाईजर्स से चेक कर पॉजिटिव पाए जाने पर कार्यवाही कर रही है।
          इसी तरह पुलिस अधीक्षक के आदेशानुसार पिछले पांच दिनों में जिले में यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले दोपहिया में तीन सवारी, बिना हेलमेट के वाहन चलाने व यातायात अवरुद्ध करने वाले 38 वाहन चालकों के विरुद्ध एमव्ही एक्ट की कार्यवाही कर 13300 रूपये का समन शुल्क लिया गया।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।