बुधवार, 28 अक्तूबर 2020

सूरजपुर पुलिस ने चोरी के मामले में 2 वर्षो से फरार आरोपी को किया गिरफ्तार।

सूरजपुर: दिनांक 08.05.2018 को मकनपुर निवासी देवानंद यादव पिता दामोदर यादव ने थाना प्रतापपुर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि खुर्शीद आलम पिता स्व. मोहम्मद अब्दुल अजीज आलम निवासी तारानाखो, चौकी घोडथम्भा, थाना धनवार, जिला गिरीडीह झारखंड प्रार्थी के घर में 04 वर्षो से किराये में रहता था और स्वयं का जेसीबी मशीन रखा था जिससे खेत खुदाई का काम करवाता था, जेसीबी नबर जेएच 02 एबी 8133 की देखभाल प्रार्थी करता था। दिनांक 04.05.18 को यह और इसकी पत्नी शादी में गए थे घर में इनके बच्चे थे, इसी दौरान प्रार्थी के घर में रखा एक टीन का पेटी जिसमें 3 लाख रूपये को गुलाबा तोड़कर एवं घर के बरामदे में रखा मोटर सायकल स्पेलेन्डर क्रमांक सीजी 15-7378 को चोरी कर ले गया और जेसीबी मशीन को ऑपरेटर के माध्यम से तीन दिन पहले ही अपने गांव भेज चुका था। प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना प्रतापपुर में अपराध क्रमांक 59/18 धारा 380 भा.दं.सं. के तहत मामला पंजीबद्व कर विवेचना में लिया गया। प्रकरण का आरोपी ग्राम तारानाखो निवासी खुर्शीद आलम घटना दिनांक से ही फरार था जिसकी गिरफ्तारी हेतु कई बार पुलिस टीम उसके रहने के संभावित स्थानों व सकुनत पर दबिश दे चुकी थी किन्तु वह पकड़ा में नहीं आया था।
          पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा ने जिले की कमान संभालने के बाद से ही पुराने लंबित अपराधों के निकाल एवं फरार आरोपियों की पतासाजी कर उनकी धरपकड़ हेतु पुलिस टीम गठित कर लगातार मामलों की मानिटरिंग करते हुए टीम को दिशा-निर्देश देते रहे।
          पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में मामले के आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस टीम उसके सकुनत ग्राम तारानाखो, चौकी घोडथम्भा, थाना धनवार, जिला गिरीडीह झारखंड पहुंची और गत दिवस पुलिस टीम ने वहां की स्थानीय पुलिस की मदद, सूझबूझ तथा बेहतर रणनीति के बदौलत आरोपी खुर्शीद आलम के सकुनत पर दबिश देकर उसे हिरासत में लिया। पूछताछ पर आरोपी ने अपराध करना स्वीकार कर बताया कि चोरी की गई रकम को खर्च कर दिया है, आरोपी के निशानदेही पर स्पेलेण्डर मोटर सायकल क्रमांक सीजी 15-7378 को बरामद कर वापस प्रतापपुर पहुंची जहां उसकी विधिवत गिरफ्तार के बाद न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया।
          इस कार्यवाही में थाना प्रभारी प्रतापपुर विकेश तिवारी, एसआई सी.पी. तिवारी, एएसआई बजरंगी लाल चौहान, प्रधान आरक्षक राहुल गुप्ता, आरक्षक रावेन्द्र पाल व नौशाद खान सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।