गुरुवार, 17 सितंबर 2020

सूरजपुर पुलिस ने जरूरत मंद को किया ब्लड डोनेट...........


सूरजपुर: पुलिस कन्ट्रोल रूम सूरजपुर को जिला चिकित्सालय से सूचना दी गई कि एक महिला को बी पाॅजिटिव ब्लड की जरूरत है। सूचना पर रक्षित केन्द्र से एक आरक्षक ने चिकित्सालय में जाकर एक यूनिट ब्लड महिला को डोनेट कर उसकी उपचार में मदद की है।

ये है पूरा मामला

        केनापारा निवासी लक्ष्मी गुप्ता को उसके परिजन उपचार के लिए जिला चिकित्सालय सूरजपुर लाए थे जहां डाॅक्टर ने उन्हें ब्लड की कमी बताया। ब्लड बैंक में बी पाॅजिटीव रक्त समूह का ब्लड नहीं होने पर ब्लड की जरूरत को लेकर इसकी सूचना पुलिस कन्ट्रोल रूम को दी गई। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर रक्षित निरीक्षक के माध्यम से आरक्षक सुरेन्द्र सिंह ने चिकित्सालय में जाकर 01 यूनिट ब्लड महिला को डोनेट किया।
          कोविड-19 संक्रमण के बीच बीते मंगलवार को लक्ष्मी गुप्ता को खून देकर उनके उपचार में मदद कर सराहनीय कार्य पर पुलिस के अधिकारियों ने आरक्षक की प्रशंसा की है। साथ ही लक्ष्मी गुप्ता एवं उनके पुत्र आकाश ने ब्लड मिलने पर सूरजपुर पुलिस के प्रति आभार व्यक्त किया।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।