मंगलवार, 25 अगस्त 2020

सूरजपुर पुलिस ने 95 हजार 960 रूपये कीमत के मादक पदार्थ गांजा के पौधों के साथ 01 को किया गिरफ्तार.....

23 किलो 990 ग्राम वजनी 287 नग गांजा का पौधा किया गया जप्त।

सूरजपुर: पुलिस अधीक्षक श्री राजेश कुकरेजा ने जिले में नशीले पदार्थ के क्रय-विक्रय पर अंकुश लगाने एवं अवैध कारोबार में संलिप्त लोगों के विरूद्व कठोर कार्यवाही करने को लेकर पुलिस अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए है, निर्देश के पालन में थाना प्रभारियों ने क्षेत्र में मजबूत सूचना तंत्र बिछा रखा है।
          सोमवार 24 अगस्त 2020 को थाना प्रभारी चंदौरा बाजीलाल सिंह को मुखबीर से सूचना मिली कि ग्राम घुमाडांड-कथरापारा निवासी रामस्वरूप सिंह अपने मकई खेत बाड़ी में गांजा का पौधा लगाया है जिसकी सूचना से पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा को अवगत कराए जाने पर उन्होंने तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
          अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर व एसडीओपी प्रतापपुर राकेश पाटनवार के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी चंदौरा पुलिस टीम के साथ मुखबीर सूचना की तस्दीकी व कार्यवाही हेतु ग्राम घुमाडांड-कथपारारा निवासी रामस्वरूप के यहां पहुंची और उसे तलब कर उसके मकई बाड़ी में खोजबीन करने पर बाड़ी से 287 नग अवैध मादक पदार्थ गांजा का पौधा वजन 23 किलो 990 ग्राम कीमत 95 हजार 960 रूपये का पाए जाने पर आरोपी रामस्वरूप सिंह पिता संतोषी सिंह उम्र 55 वर्ष के विरूद्व धारा 20बी एनडीपीएस एक्ट के तहत् अपराध पंजीबद्व कर विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया।

इस कार्यवाही में थाना प्रभारी चंदौरा बाजीलाल सिंह, चौकी प्रभारी रेवटी के.पी.चौहान, प्रधान आरक्षक विशाल गुप्ता, आरक्षक मनोज राय, अनुरूद पैकरा, मनमोहन विश्वकर्मा, विकास सिंह व बृजलाल राजवाड़े सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।