शनिवार, 29 अगस्त 2020

सूरजपुर पुलिस ने नशीली दवाओं के साथ 2 किया गिरफ्तार......

 

सूरजपुर: पुलिस ने दो लोगों से 6 हजार 795 रूपये कीमत के नशीली दवाओं के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा के द्वारा जिले के थाना-चौकी प्रभारियों को नशे के कारोबार से जुड़े लोगों के विरूद्व कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए है। इसी परिपेक्ष्य में शुक्रवार 28 अगस्त को थाना प्रभारी सूरजपुर धर्मानंद शुक्ला को मुखबीर से सूचना मिली कि ढुढ़रा चंदरपुर चौक के पास 2 व्यक्ति नशीली दवा की बिक्री करने के लिए ग्राहक की तलाश कर रहे है। जिसकी सूचना से पुलिस अधीक्षक श्री राजेश कुकरेजा को अवगत कराए जाने पर उन्होंने तत्काल रेड़ कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
          अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर के मार्गदर्शन में थाना सूरजपुर की पुलिस टीम मुखबीर सूचना की तस्दीक व कार्यवाही हेतु ढुढरा चंदरपुर चौक के पास जैसे ही पहुंची 2 व्यक्ति भागने लगे जिन्हें घेराबंदी कर पकड़ा गया। जिनसे पूछताछ करने पर अपना नाम प्रियंश सिंह उर्फ मोन्टू पिता बसंत सिंह उम्र 27 वर्ष एवं भूपेन्द्र दास उर्फ राकेश पिता परमेश्वर दास उम्र 24 वर्ष दोनों निवासी वार्ड क्रमांक 06, माईनस कालोनी विश्रामपुर का होना बताए। जिनके कब्जे से *एविल इंजेक्शन 10 एमएल का 26 नग, आर्म एविल 10 एमएल 03 नग एवं रेक्सोजेसिक 2 एमएल का 28 नग जिसकी बाजारू कीमत करीब 6 हजार 795 रूपये* का जप्त कर धारा 21ए एनडीपीएस एक्ट के तहत् कार्यवाही कर दोनों को विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
          पूछताछ पर आरोपियों ने बताया कि पटना, जिला कोरिया से नशीली दवाओं को लाकर विश्रामपुर सहित सूरजपुर क्षेत्र के नशेड़ी प्रवृत्ति के लोगों को 5-10 गुना अधिक दर पर बेचकर लाभ अर्जित करते थे।

इस कार्यवाही में थाना प्रभारी सूरजपुर धर्मानंद शुक्ला, एसआई रश्मि सिंह, हिम्मत सिंह शेखावत, आरक्षक वसीम राजा, कैलाश यादव, रामकुमार नायक, हेमंत यादव, शिवकुमार, व रामदयाल राठिया सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।