रविवार, 21 जून 2020

लंबित मामलों निकाल तेजी से करें- पुलिस अधीक्षक सूरजपुर..........

अपराधों की विवेचना स्मार्ट एवं इंटेलिजेंट पुलिसिंग के तहत की जाए।

अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए अपराधियों पर नजर रखने के निर्देश।

सूरजपुर: थाना में लंबित अपराध, चालान, शिकायत, मर्ग एवं चिटफण्ड के लंबित मामलों की विस्तृत जानकारी लेकर त्वरित निराकरण के लिए पुलिस अधीक्षक श्री राजेश कुकरेजा ने पुलिस अधिकारियों की बैठक शनिवार 20 जून 2020 को जिला पुलिस कार्यालय के सभाकक्ष में ली।
इस दौरान पुलिस अधीक्षकश्री राजेश कुकरेजा ने थाना प्रभारियों से उनके थानों में लंबित मामलों की जानकारी ली और धोखाधड़ी के मामलों में फरार आरोपियों की पतासाजी कर जल्द गिरफ्तार करने, नागरिक किसी के झांसे में आकर धोखाधड़ी का शिकार न हो इसके लिए विभिन्न माध्यमों के जरिए प्रचार-प्रसार करने, जमीन संबंधी विवाद पर तत्काल प्रतिबंधात्मक कार्यवाही करने के साथ ही यह भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि संबंधित पर बाउण्ड ओव्हर के तहत भी कार्यवाही हो। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को कहा कि घटना-दुर्घटना एवं अपराध की सूचना पर तत्काल मौके पर पहुंचे और टीमवर्क के तहत कार्य करने के निर्देश दिए।
पुलिस अधीक्षक ने पुलिस अधिकारियों को अपराधों की विवेचना स्मार्ट एवं इंटेलिजेंट पुलिसिंग के तहत करने के निर्देश दिए ताकि प्रकरण के आरोपी को उचित दण्ड मिले और पीड़ित को सही न्याय। उन्होंने कहा कि महिलाओं एवं बच्चों के उत्पीड़न से संबंधित प्रकरणों की विवेचना में समय-सीमा का विशेष ध्यान रखा जाए, पुलिस से नागरिकों की अपेक्षा रहती है कि पुलिस बेहतर ढंग से काम करें ताकि वे सुरक्षित रहे, अपराधों पर अंकुश लगाने आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त लोगों पर कड़ी नजर रखते हुए क्षेत्र में लगातार पेट्रोलिंग एवं प्रभावी गश्त मुस्तैदी से करने एवं अवैध कारोबार की जड़ तक जाकर उन्हें समाप्त करने के निर्देश दिए।
इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर, सीएसपी जे.पी.भारतेन्दु, एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी, एसडीओपी ओड़गी मंजूलता बाज, एसडीओपी प्रतापपुर राकेश पाटनवार, थाना-चौकी प्रभारी सहित पुलिस कार्यालय के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।