एसईसीएल आमगांव के कांटा घर व तिवरागुड़ी ट्रान्समीशन लाईन के टावर से हुई थी चोरी।
सूरजपुर: दिनांक 07.05.2020 को आवेदक प्रतीक मिश्रा ने थाना रामानुजनगर में लिखित शिकायत प्रस्तुत किया कि ग्राम तिवरागुडी से ट्रान्मीशन लाईन के टावर का 111 पीस एंगल को कोई अज्ञात व्यक्ति चोरी कर ले गया है रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 75/2020 धारा 379 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
दूसरे मामले में दिनांक 08.06.2020 को एसईसीएल आमगांव के लोकनाथ डिक्सेना पिता बंशीलाल डिक्सेना ने थाना उपस्थित आकर रिपोर्ट दर्ज कराया की 07 जून के रात्री पाली में जीतवाहन सुरक्षा प्रहरी की ड्यूटी रात 11.00 बजे से सुबह 6.00 बजे तक लगाई गई थी जो जरिये मोबाईल सूचना दिया की कांटा नंबर 02 के पास कांटा घर में अज्ञात चोरों के द्वारा कांटा घर का दीवाल को सेंध मारकर कांटा घर में रखा हुआ 03 नग बैटरी, 01 नग स्टेपलाईजर को अज्ञात चोर चोरी कर ले गये हैं। अज्ञात चोरों के द्वारा कांटा घर में लगा हुआ ए.सी. एवं ए.सी. ग्रील को भी क्षतिग्रस्त किया गया है रिपोर्ट पर रामानुजनगर पुलिस ने अज्ञात के विरूद्व धारा 457, 380 भादवि का अपराध कायम कर विवेचना में लिया।
पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा ने चोरी के मामले में गंभीरतापूर्वक आरोपियों की पतासाजी कर जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश रामानुजनगर पुलिस को दी। एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी के नेतृत्व में थाना प्रभारी रामानुजनगर की पुलिस टीम के द्वारा माल मुलजिम की पतासाजी की जा रही थी इसी बीच 09 जून 2020 को मुखबीर सूचना एवं संदेह के आधार पर विरेन्द्र कुमार साहू पिता राजेश्वर साहू उम्र 20 वर्ष निवासी साल्ही साहूपारा थाना रामानुजनगर व बुधेश्वर लकड़ा पिता किशुन साय लकड़ा उम्र 18 वर्ष निवासी साल्ही कटईनाखा को तलब कर हिकमत अमली से पूछताछ किए जाने पर दोनों ने ग्राम तिवरागुडी से ट्रान्मीशन लाईन के टावर से एंगल एवं एसईसीएल आमगांव के काटा घर बैट्री एवं स्टेपलाईजर की चोरी करना स्वीकार किया गया। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर 03 नग बैटरी एवं 01 नग स्टेपलाईजर एवं एंगल को तिवरागुड़ी जंगल में छुपाकर रखे 8 पीस टावर का एंगल कीमत करीब 18 हजार रूपये का बरामद कर दोनों को आरोपियों को विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया।
एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी के नेतृत्व में थाना प्रभारी रामानुजनगर गोपाल धुर्वे, एएसआई माधव सिंह, आरक्षक गणेश सिंह, बेचूराम सोलंकी, चन्द्रकुमार साहू व वेदप्रकाश राजवाड़े सक्रिय रहे।