मंगलवार, 28 अप्रैल 2020

सूरजपुर पुलिस ने 2 ट्रकों में लोड 2 लाख 70 हजार रूपये कीमत के चोरी का कोयला किया जप्त.........

सूरजपुर। खड़गवां चौकी की पुलिस ने 2 ट्रकों में चोरी का 2 लाख 70 हजार रूपये कीमत का कोयला परिवहन करते पाए जाने पर उसे जप्त कर आरोपी चालकों के विरूद्व धारा 41(1-4) जा.फौ. 379 भादवि के तहत कार्यवाही कर गिरफ्तार कर किया है।
          मंगलवार 28 अप्रैल 2020 को चौकी प्रभारी खड़गवां को मुखबीर से सूचना मिली कि ग्राम केरता मेन रोड से होते हुए खड़गवां की ओर दो ट्रक चोरी का कोयला लोड कर जा रहा है जिसकी सूचना से पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा को अवगत कराए जाने पर उन्होंने तत्काल चौकी प्रभारी अजहररूद्धीन को पुलिस टीम के साथ घेराबंदी कर पकड़ने के निर्देश दिए।
          चौकी प्रभारी खड़गवां पुलिस टीम के साथ मुखबीर सूचना की तस्दीकी व कार्यवाही के लिए रवाना होकर ग्राम केरता मेन रोड़ पर घेराबंदी कर दोनों ट्रकों को रोका। तस्दीक करने पर ट्रक क्रमांक सीजी 15 डीएम 7947 के चालक नीरज कुमार पटेल व ट्रक क्रमांक सीजी 15 एसी 3733 का चालक आलोक राम से पूछताछ कर कोयला परिवहन संबंधी वैध दस्तावेज की मांग किए जाने पर कोई वैध कागजात पेश नहीं करने पर ट्रक में लोड़ कोयला चोरी का होने की पूर्ण अंदेशा पर गवाहों के समक्ष विधिवत कार्यवाही कर ट्रक क्रमांक सीजी 15 डीएम 7947 में लोड करीबन 25 टन कोयला व ट्रक क्रमांक सीजी 15 एसी 3733 में लोड करीब 20 टन कोयला कीमत 2 लाख 70 हजार रूपये एवं परिवहन में प्रयुक्त दोनों ट्रकों को जप्त कर आरोपी वाहन चालक नीरज पटेल पिता रविचंद्र पटेल उम्र 31 वर्ष थाना दुद्धी, जिला सोनभद्र उत्तरप्रदेश एवं आलोक राम पिता करमू राम उम्र 24 वर्ष निवासी कल्याणपुर, थाना जयनगर के विरुद्ध धारा 41(1-4) जा.फौ. 379 भादवि के तहत् विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया।
          पूछताछ पर आरोपियों ने बताया कि कोयला को महान-2 खदान के किनारे से लगे गांव के मजदूरों से निकलवाकर एकत्र करवाकर वाहन में लोड़ कर अम्बिकापुर ले जा रहे थे और चोरी का कोयला अम्बिकापुर के 2 लोगों का होना बताया है जिसकी जांच पुलिस के द्वारा की जा रही है।

इस कार्यवाही में चौकी प्रभारी खड़गवां अजहरूद्दीन, प्रधान आरक्षक विशाल मिश्रा, आरक्षक शोभनाथ कुशवाहा, कृष्णकांत पाण्डेय व दीपक एक्का सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।