शनिवार, 21 मार्च 2020

पुलिस अधीक्षक सूरजपुर ने थाना प्रेमनगर का किया वार्षिक निरीक्षण..........


कोरोना वायरस को लेकर थाना-चौकी परिसर की साफ-सफाई सहित सेनेटाइजर का उपयोग के दिए निर्देश...

सूरजपुर। शुक्रवार 20 मार्च 2020 को पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा ने थाना प्रेमनगर का वार्षिक निरीक्षण किया गया। इस दौरान उन्होंने थाना के सभी दस्तावेज व रिकार्ड का अवलोकन किया। कोरोना वायरस के मददेनजर पुलिस के अधिकारी-कर्मचारियों को जागरूक रहकर किस प्रकार सुरक्षित रहा जाए, यह कैसे फैलता है, इस वायरस से सर्तक एवं सुरक्षित रहने के निर्देश दिए है।

           एसपी सूरजपुर शुक्रवार को वार्षिक निरीक्षण हेतु थाना प्रेमनगर पहुंचें जहां उन्होंने थाना के सभी दस्तावेज का अवलोकन किया तथा रिकार्ड दुरूस्तीकरण के निर्देश थाना प्रभारी को दिए। उन्होंने थाना प्रेमनगर, चौकी उमेश्वरपुर व तारा में पदस्थ कई पुलिस कर्मियों को उनके अच्छे कार्यो हेतु ईनाम भी दिया। निरीक्षण पर थाना पहुंचे पुलिस अधीक्षक ने पुलिस कर्मियों की समस्याओं को जाना तथा उसका निराकरण किया।

               पुलिस अधीक्षक ने कोरोना वायरस से बचाव एवं रोकथाम को लेकर सतर्कता बरतने, थाना परिसर में नियमित रूप से साफ-सफाई कराने के साथ ही सेनेटाइजर का उपयोग किए जाने, फेस मास्क का उपयोग करने, थाना में आने वाले फरियादियों को एल्कोहल सेनेटाइजर से हाथ साफ करवाकर प्रवेश कराने के निर्देश दिए है। निरीक्षण के दौरान पुलिस अधीक्षक ने पुलिस अधिकारी-कर्मचारियेां को कहा कि कर्तव्य का निर्वहन पूरी मुस्तैदी से करें तथा इस दौरान अपनी सुरक्षा को लेकर एहतियात बरते।

इस दौरान एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी, थाना प्रभारी प्रेमनगर ओ.पी.कुजूर, स्टेनो पुष्पेन्द्र शर्मा, चौकी प्रभारी उमेश्वरपुर गणेश राम चौहान, चौकी प्रभारी तारा राजेश तिवारी सहित पुलिस के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।