सोमवार, 13 जनवरी 2020

थाना प्रभारी विश्रामपुर ने महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को दी यातयात नियमों की जानकारी......

दुर्घटना में घायल व्यक्ति को पहुंचाए चिकित्सालय....

सूरजपुर। सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत् विश्रामपुर पुलिस ने महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को यातायात नियमों का पालन करने एवं नियमों की अनदेखी से होने वाले हानियों के बारे में अवगत कराया गया। पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा ने जिले की समस्त थाना-चौकी प्रभारियों को 31वां सड़क सुरक्षा सप्ताह के सातों दिन यातायात नियमों के प्रति लोगों व स्कूली बच्चों में अवेयरनेस को लेकर विभिन्न कार्य करने के निर्देश दिए थे।
           इसी तारतम्य में थाना प्रभारी विश्रामपुर कपिलदेव पाण्डेय के द्वारा सड़क सुरक्षा सप्ताह के तीसरे दिन विश्रामपुर स्थित शासकीय महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को प्रोफेसर डा. राजेश सिंह एवं सहायक प्रोफेसर द्वारका प्रसाद कोरी की उपस्थिति में सड़क सुरक्षा सप्ताह के बारे में अवगत कराकर छात्र-छात्राओं को यातायात नियमों का पालन करने की समझाइश दी गई।
           थाना प्रभारी विश्रामपुर ने महाविद्यालय में अध्यननरत् छात्र-छात्राओं को यातायात नियम के उपाय बताए। उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि बाइक, स्कूटी, कार चलाते समय हेलमेट और सीट बेल्ट का प्रयोग करें। बाइक चलाते समय फोन पर बात न करें और न ही सेल्फी लेने की कोशिश करें। अक्सर देखा गया है कि दुर्घटनाएं मोबाइल पर बात करते हुए या मोबाइल से लाइव वीडियो सेल्फी लेते हुए होती हैं। इन सब से बचने के लिए यातायात नियमों का पालन करें क्योंकि आपकी जरा सी चूक से परिवार में गमों का पहाड़ टूट सकता है। उन्होंने कहा कि हाईवे व सड़कों पर दुर्घटनाएं होती हैं और घायल अवस्था में लोग पड़े हैं तो उनकी मदद के लिए तुरंत आगे आएं और पुलिस या डायल 108 को फोन कर चिकित्सालय में पहुंचाकर उनकी जान बचाएं।
          उन्होंने कहा कि दोपहिया या चार पहिया वाहन को 18 वर्ष से कम आयु के व्यक्ति को नहीं चलाना चाहिए, 18 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति के द्वारा यदि वाहन चलाया जाता है तो उसका वैध लाइसेंस होना आवश्यक है, वाहन में दो व्यक्ति बैठे हैं तो दोनों व्यक्तियों को हेलमेट लगाना आवश्यक है इसी प्रकार चार पहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट अवश्य बांधे, वाहन तेज गति से न चलाएं, वाहन को उचित स्थान पर पार्क करें, अव्यवस्थित कहीं भी पार्क न करने की समझाईश दी। थाना प्रभारी कपिलदेव पाण्डेय ने कहा कि वाहन चेकिंग के दौरान वाहन चालक को रूकने के संकेत देने पर कभी भी तेज गति से भागे नहीं, घबराकर भागने पर कोई गंभीर दुर्घटना घटित होने की संभावना बनी रहती है।
          इस अवसर पर कई छात्र-छात्राओं ने थाना प्रभारी से यातायात नियमों के बारे में सवाल भी पूछे जिसका उत्तर थाना प्रभारी के द्वारा दिया गया। महाविद्यालय प्रबंधन द्वारा पुलिस के इस कार्यक्रम की सराहना करते हुऐ ऐसे आयोजनों पर जोर दिया।
          इस दौरान महाविद्यालय के शिक्षक व काफी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।