सोमवार, 30 दिसंबर 2019

सूरजपुर पुलिस ने स्टूडेंट पुलिस कैडेट के छात्रों को दी गई प्रशिक्षण व जानकारियां..........

*कैडेट ने यातायात जागरूकता रैली निकाली।*

*यातायात संकेतो का डेमो के माध्यम से दी गई जानकारी*

*कैडेट के परिजन भी कार्यक्रम में रहे मौजूद।*

सूरजपुर। पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा* के मार्गदर्शन में स्टूडेंट पुलिस कैडेट हेतु 5 विद्यालयों के छात्र-छात्राओं का गठन किया गया है। इन स्कूलों में जवाहर नवोदय विद्यालय बसदेई भी सम्मिलित है। हाल ही में *पुलिस अधीक्षक श्री कुकरेजा* ने एसपीसी के कुशल संचालन की जिम्मेदारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर को सौंपते हुए इसके बेहतर क्रियान्वयन के निर्देश दिए थे।
              इसी परिपेक्ष्य में रविवार 29 दिसम्बर को *जवाहर नवोदय विद्यालय बसदेई* के चयनित *स्टूडेंट पुलिस कैडेट* के छात्र-छात्राओं को एसपीसी का उद्धेश्य, पुलिस की भूमिका और उनके कार्यो, अपराध की रोकथाम और नियंत्रण की जानकारी विद्यालय प्रांगण में दिया गया। कार्यक्रम के पहले एएसपी हरीश राठौर ने एसपीसी के सभी कैडेट से परिचय प्राप्त किया। इस आयोजन में स्टूडेंट पुलिस कैडेट से जुड़े छात्र-छात्राओं के परिजन भी उपस्थित रहे।
             इस अवसर पर *अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर* ने कहा कि स्टूडेंट पुलिस कैडेट के छात्र-छात्राएं सहानुभूति, अनुशासन एवं अखंडता बनाए रखने सदैव तत्पर रहे। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों में व्यक्तित्व विकास, मूल अधिकार व नैतिक कर्तव्यों के पालन की भावना जागृत करने के लिए शासन ने स्टूडेंट पुलिस कैडेट योजना शुरू की है। एसपीसी का उद्देश्य छात्रों में कानून पालन करने की आदत विकसित करना व सामाजिक व्यवस्था के प्रति जवाबदेह बनाने और पुलिसिंग व्यवस्था से परिचित कराना है। पुलिस आमजन की सुरक्षा, कानून व्यवस्था, अपराधों की रोकथाम और नियंत्रण किस प्रकार से करती है उसके बारे में बताया साथ ही एसपीसी के बच्चों को अपराध नियंत्रण एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस की मदद् करने हेतु कहा। उन्होंने कहा कि सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम तब तक सफल नहीं हो सकता जब तक कि नागरिक अपनी जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक ना हो। एसपीसी का उद्देश्य छात्रों को जिम्मेदार व उत्तरदायी नागरिकों के रूप में विकसित कर नवोदित नागरिकों को विभिन्न क्षेत्रों में जिम्मेदारियां उठाने व सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित कराना है। उन्होंने छात्राओं को अनुशासन में रहकर लक्ष्य की प्राप्ति करने, महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा, विभिन्न कार्यवाहियों सहित अन्य अनुभवों की जानकारी तथा सामाजिक मूल्य, आपदा प्रबंधन, टीम भावना प्रबंधन की जानकारी दी। स्टूडेंट पुलिस कैडेट के परिजन जो इस कार्यक्रम में उपस्थित थे उन्हें उनके बच्चों को एसपीसी से जुड़ने तथा उनके कार्यो की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि छात्रों की टीम बनाकर उन्हें ट्रैफिक व्यवस्था, कलेक्ट्रेट एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालय, जिला न्यायालय आदि का भ्रमण कराया जाएगा।
              *थाना प्रभारी सूरजपुर धर्मानंद शुक्ला* ने कहा कि नागरिकों की अपेक्षा में पुलिस बल कम है। स्टूडेंट पुलिस कैडेट के छात्र-छात्राएं अपने गांव घर के आसपास होने वाले दुर्घटना, अपराधों की सूचना हम तक पहुंचाए ताकि उचित कार्यवाही की जा सके। अपराधों की रोकथाम और नियंत्रण, धोखाधड़ी के शिकार ग्रामीणजन न हो इस दिशा में किए जा रहे कार्यो के बारे में बताया।
              *एसआई रश्मि सिंह* ने महिला एवं बालिकाओं के विरूद्व हो रहे अपराधों के बारे में जानकारी एवं बचाव के तरीके से अवगत कराया। उन्होंने पोस्को एक्ट, घरेलू हिंसा, मानव तस्करी, बाल विवाह, एटीएम फ्राड, आनलाईन ठगी व विभिन्न माध्यमों से हो रहे ठगी की जानकारी से कैडेट को अवगत कराया। बच्चों को अपराध से बचाव हेतु नो-गो-रन के बारे में विस्तृत जानकारी दी। यातायात के प्रधान आरक्षक रामजतन सिंह ने यातायात संकेतो का डेमो के माध्यम से जानकारी दी। मंच का संचालन छात्रा सौम्या केशरी सुमन एवं आभार प्रदर्शन शिक्षक सुनीता गुप्ता के द्वारा किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य डी.के.साहू ने भी छात्र-छात्राओं को सम्बोधित किया।

*कैडेट ने यातायात जागरूकता रैली निकाली।*

कार्यक्रम के उपरान्त स्टूडेंट पुलिस कैडेट के छात्र-छात्राओं के द्वारा नवोदय विद्यालय से बसदेई चौक तक यातायात जागरूकता रैली निकाली। कैडेट ने स्लोगन लिखी तख्तियों व बैनरों के माध्यम से लोगों को वाहन चलाते समय यातायात नियमों का पालन करने व हेलमेट तथा सीट बेल्ट का प्रयोग अवश्य करने की अपील की।

*कैडेट के परिजन भी कार्यक्रम में रहे मौजूद।*

कार्यक्रम में स्टूडेंट पुलिस कैडेट के परिजन भी सम्मिलित हुए जिन्हें उनके बच्चों को एसपीसी से जोड़ने का उद्धेश्य एवं उनके कार्यो के बारे में जानकारी दी गई जिस पर उनके अभिभावकों ने इस कदम की सराहना की।

               इस दौरान प्राचार्य डी.के.साहू, एसपीसी प्रभारी राजेन्द्र गुप्ता, शिक्षक एल कुरूम, डी.आर.चन्द्रा, ए.के.बरा, संतराम, जे.के.रथ, अनिता नागलोट, जुगनू वारसी, रमेश कुमार, राजेश कुमार सिंह, एस.के.सुमन, आर.के.कुशवाहा एसपीसी छात्र के परिजन, प्रधान आरक्षक मनोज पोर्ते, हंसराम कनेडिया सहित स्टूडेंट पुलिस कैडेट एवं विद्यालय के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।