रविवार, 1 दिसंबर 2019

पुलिस अधीक्षक सूरजपुर ने कलेक्ट्रेट परिसर नामांकल स्थल का लिया जायजा........

 नामांकन स्थल के बाहर तैनात पुलिस कर्मियों को दिए सर्तकतापूर्वक ड्यूटी करने के निर्देश..

सूरजपुर। सूरजपुर जिले में निकायों के चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया 30 नवम्बर से शुरू हो गई है जो 6 दिसम्बर तक चलेगी। शनिवार 30 नवम्बर को पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा ने कलेक्ट्रेट परिसर एवं उप तहसील पिलखा विश्रामपुर के नामांकन प्रक्रिया एवं सुरक्षा प्रबंध में लगे पुलिस बल का जायजा लिया। उन्होंने परिसर में स्थित नामांकन स्थलों का निरीक्षण कर कई दिशा-निर्देश दिए। नगरीय निकाय चुनाव के नामांकन की प्रक्रिया जिले में 5 स्थानों पर कलेक्ट्रेट परिसर सूरजपुर, एसडीएम कार्यालय प्रतापपुर, उप तहसील पिलखा (विश्रामपुर), नगर पंचायत जरही एवं उप तहसील भटगांव में होना है। नामांकन प्रक्रिया के दौरान सुरक्षा प्रबंध ड्यूटी हेतु पुलिस अधीक्षक ने प्रत्येक नामांकन स्थल पर पुलिस राजपत्रित अधिकारियों सहित पर्याप्त संख्या में पुलिस अधिकारी-कर्मचारी की ड्यूटी लगाई है। कलेक्ट्रेट परिसर के नामांकन स्थल पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक ने तहसीलदार नंदजी पाण्डेय सहित नामांकन कार्य लगे अधिकारियों को चुनाव आयोग की गाईड लाईन के मुताबिक समस्त प्रक्रिया सम्पादित कराने के निर्देश दिए। 
पुलिस अधीक्षक ने अभ्यर्थी के द्वारा दाखिल किए जाने वाले नामांकन की प्रक्रिया में लगने वाले समय के बारे में कलेक्ट्रेट के नामांकन स्थल पर मौजूद तहसीलदार से जानकारी ली और नामांकन संबंधी दिशा-निर्देश के पटल लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने दोनों नामांकन स्थलों के बाहर तैनात पुलिस कर्मियों को आवश्यक निर्देश देते हुए उन्हें सर्तकता के साथ ड्यूटी करने के निर्देश दिए।
इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर, रक्षित निरीक्षक सतीश धुर्वे, थाना प्रभारी सूरजपुर धर्मानंद शुक्ला, डीएसबी प्रभारी संजय सिंह सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।