रविवार, 1 दिसंबर 2019

एएसपी हरीश राठौर ने किया सखी वन स्टाप सेंटर का आकस्मिक निरीक्षण............



सूरजपुर। स्थानीय शिवपार्क सूरजपुर के पास महिला बाल विकास विभाग के अन्तर्गत संचालित सखी वन स्टाप सेंटर जो जिला कार्यक्रम अधिकारी की देखरेख में संचालित है। जहां पीड़ित, दिमागी हालत ठीक न होने वाले, आश्रय विहिन महिलाओं व बालिकाओं को कानूनी परामर्श, चिकित्सा सहायता, आश्रय उपलब्ध कराने का कार्य किया जाता है। इस सेंटर का आकस्मिक निरीक्षण करने के निर्देश पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा ने दिए थे जिसके परिपेक्ष्य में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर ने शुक्रवार 29 नवम्बर को सखी वन स्टाप सेंटर सूरजपुर का आकस्मिक निरीक्षण किया एवं सखी वन स्टाप सेंटर के प्रभारी व केन्द्र प्रशासक विनिता सिन्हा से सेंटर में कार्यरत् अधिकारी-कर्मचारियों के कार्यो की जानकारी ली। 

सखी वन स्टाप सेंटर में पीड़ित बालिकाएं, महिलाओं की शिकायत आने पर विस्तार पूर्वक अध्ययन कर उन्हें आवश्यकतानुसार कानूनी परामर्श, चिकित्सा, आश्रय की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है, कोई महिला जिसके पास रहने का कोई आश्रय नहीं है उन्हें आत्मनिर्भर बनाने एवं आश्रय हेतु स्वधार केन्द्र या नारी निकेतन अम्बिकापुर भेजा जाता है। सखी वन स्टाप सेंटर में 24 घण्टे चालू रहने वाले महिला हेल्प लाईन नंबर 181 पर कोई भी पीड़ित महिला इस नंबर पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकती है जिससे विधिसम्मत निराकरण किया जा सके। आकस्मिक निरीक्षण के दौरान एएसपी श्री राठौर ने सखी वन स्टाप सेंटर की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया एवं किसी भी प्रकार की सहायता की आवश्यकता पड़ने पर तत्काल सूचित करने हेतु कहा।

इस दौरान एसआई रश्मि सिंह, सखी वन स्टाप सेंटर के प्रभारी व केन्द्र प्रशासक विनिता सिन्हा, एएसआई मंजू सिंह, महिला संरक्षण अधिकारी इन्द्रा चैबे, पैनल अधिवक्ता रितु सोनवानी, पैरालिगल वालेटियर आशा सिंह, बहुउद्देशीय कार्यकर्ता ममता गुप्ता, महिला आरक्षक उषा राजवाड़े, केश वर्कर साबरिंन फातिमा, कविता मण्डल, बरखा बैरागी, महिला नगर सैनिक अमृता उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।