गुरुवार, 9 सितंबर 2021

घुमाडांड में लगे चलित थाना में लोगों की समस्या-शिकायतों का किया गया निराकरण।............

सूरजपुर: जनता और पुलिस के बीच मैत्रीय संबंध को लेकर पुलिस अधीक्षक सूरजपुर के निर्देश पर जिले के थाना-चौकी प्रभारियों के द्वारा लगातार चलित थाना का आयोजन किया जा रहा है। बुधवार, 08 सितम्बर को चौकी प्रभारी रेवटी सुमंत पाण्डेय के द्वारा ग्राम घुमाडांड में चलित थाना लगाया गया। इस चलित थाना में पुलिस अधीक्षक श्रीमती भावना गुप्ता भी पहुंची थी जहां लोगों की समस्या-शिकायतों को सुना गया और कई का निराकरण भी किया गया।
          चलित थाना में पुलिस अधीक्षक श्रीमती भावना गुप्ता ने कहा कि जनता और पुलिस के बीच मैत्रीय संबंध, निरंतर संवाद, लोगों की समस्या-शिकायतों के त्वरित निराकरण, गांव में पुलिस की भौतिक रूप से मौजूदगी के लिए चलित थाना का आयोजन किया जा रहा है। चलित थाना में आप अपनी समस्या-शिकायतों से हमें अवगत कराये ताकि उसका निराकरण किया जा सके। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग के अलावा दूसरे विभाग से संबंधित कोई समस्या हो तो भी अवगत कराए ताकि संबंधित विभाग को उससे अवगत करा निराकरण कराया जा सके। पुलिस अधीक्षक ने संवाद नंबर 7999161672 के बारे में लोगों को अवगत कराते हुए कहा कि इस नंबर पर आप अपनी शिकायत-समस्या से हमें अवगत कराए जिसका जल्द निराकरण किया जायेगा, समर्पण अभियान एवं महिला बालिकाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देने हेतु चलाए जा रहे हिम्मत कार्यक्रम के बारे में बताया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक ने कई जरूरतमंद लोगों को हेलमेट भी वितरण किया।
          एएसपी मुख्यालय पीएस महिलाने ने चलित थाना में मौजूद लोगों को धोखाधड़ी, साइबर क्राइम, यातायात नियमों के बारे में जानकारी देकर जागरूक किया गया। उन्होंने पुलिस अधिकारियों व चौकी प्रभारी के मोबाईन नंबर की जानकारी देकर कहा कि किसी भी समस्या, घटना, दुर्घटना पर फौरन पुलिस को सूचित करें।
          इस दौरान एएसपी मुख्यालय पीएस महिलाने, एसडीओपी प्रतापपुर अमोलक सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि शिवभजन मरावी, सरपंच सोन कुंवर, अमर सिंह, अजय सिंह मरकाम, वीरेंद्र पटेल, उमेश पटेल, पंच प्यारे, जयप्रकाश, महादेव, सीताराम, हरिप्रसाद, शेर सिंह, सुरेंद्र पटेल, विजय खैरवार, सहित ग्राम घुमाडांड व गोविंदपुर के ग्रामीणजन मौजूद रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।