बुधवार, 27 नवंबर 2019

16 हजार कीमत के 2 किलो मादक पदार्थ गांजा सहित 1 गिरफ्तार, चौकी लटोरी की कार्यवाही..............

सूरजपुर। सूरजपुर पुलिस की मादक पदार्थ एवं नशीली दवाईयों के विरूद्व ताबड़तोड़ कार्यवाही लगातार जारी है जिसके तहत् लटोरी पुलिस के द्वारा 16 हजार कीमत के 2 किलो मादक पदार्थ गांजा के साथ एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। जिले में पदस्थापना के बाद से ही पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा की मंशा रही है कि जिले से नशे के कारोबार को जड़ से उखाड़ फेंकना एवं इस कारोबार से जुड़े लोगों के विरूद्व कड़ी से कड़ी कार्यवाही करना है इसके लिए पुलिस अधीक्षक ने जिले के थाना-चौकी प्रभारियों को सख्त निर्देश दिए थे। 

इसी तारतम्य 26 नवम्बर 2019 को चौकी प्रभारी लटोरी सुभाष कुजूर को मुखबीर से सूचना मिली कि ग्राम बृजनगर का रामटहल चौधरी नाम का व्यक्ति एक पिटठू बैग में मादक पदार्थ गांजा रखकर बिक्री करने के लिए अपने घर से पैदल पगड्डी के सास्ते से लटोरी भण्डारपारा चौक बस पकड़ने जा रहा है। जिसकी जानकारी से चौकी प्रभारी ने पुलिस अधीक्षक को अवगत कराया जिस पर उन्होंने तत्काल चौकी प्रभारी सुभाष कुजूर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। 

चौकी प्रभारी लटोरी ने मुखबीर की सूचना के आधार पर लटोरी भण्डारपारा चौक के पास घेराबंदी लगाई और संदेही के आने की प्रतीक्षा करने लगी कुछ देर बाद एक व्यक्ति पगड्डी रास्ते से गहरा खाकी काला रंग पिटठ् बैग रखे आते दिखा जो पुलिस टीम को देखकर भागने लगा जिसे पुलिस टीम ने दौड़ाकर घेराबंदी कर पकड़ा। पूछताछ किए जाने पर अपना नाम रामटहल चौधरी पिता दरोगी चौधरी उम्र 24 वर्ष निवासी बृजनगर (अहिरापारा), चौकी लटोरी का होना बताया जिसे पीठ में टांगे गए पिट्ठू बैग की तलाशी लिए जाने पर 2 किलो मादक पदार्थ गांजा कीमत 16 हजार रूपये का पाए जाने पर गवाहों के समक्ष जप्त कर धारा 20बी एनडीपीएस एक्ट के तहत् कार्यवाही कर आरोपी रामटहल को विधिवत् गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

इस कार्यवाही में चौकी प्रभारी लटोरी सुभाष कुजूर, प्रधान आरक्षक संजय सिंह यादव, आरक्षक विकास मिश्रा, मनेश्वर सिंह, देवनंदन राजवाड़े, विजय राजवाड़े एवं चंदरसाय राजवाड़े सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।