मंगलवार, 26 नवंबर 2019

चोरी के 3 टन कोयला सहित 2 गिरफ्तार, खड़गवां पुलिस की कार्यवाही................

महान-2 खदान के पास से चोरी कर एकत्र की गई थी कोयला

ईट भट्ठों में खपाने ले जाने के दौरान पकड़े गए

सूरजपुर। अवैध कारोबारियों, कोयला, मादक पदार्थ एवं नशे के विरूद्व पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा के द्वारा चलाए जा रहे अभियान के तहत् 25 नवम्बर को चौकी प्रभारी खड़गवां सरफराज फिरदौसी को मुखबीर से सूचना मिली कि महान-2 खदान की ओर से ग्राम पम्पापुर मेन रोड़ तरफ एक महेन्द्रा 407 में चोरी का कोयला लोड़ कर धौरपुर की ओर जा रहा है जिसकी जानकारी से चैकी प्रभारी ने पुलिस अधीक्षक श्री राजेश कुकरेजा को अवगत कराया जिस पर उन्होंने तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर व एसडीओपी प्रतापपुर राकेश पाटनवार के मार्गदर्शन में चौकी प्रभारी खड़गवां सरफराज फिरदौसी पुलिस टीम के साथ घेराबंदी लगाई जो महेन्द्रा 407 सीजी 15 ओसी 7308 वाहन पम्पापुर की ओर से आते दिखा जिसे रूकवाकर गवाहों के समक्ष चेक किए जाने पर उसमें करीब 3 टन स्टीम कोयला कीमत करीब 25 हजार रूपये का लोड़ पाया गया कोयला के संबंध में दस्तावेज की मांग किए जाने पर कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया जिस पर पुलिस ने वाहन एवं कोयला को जप्त कर कोयला चोरी की होने की पूर्ण संभावना पर धारा 41(1-4) जा.फौ./379 भादवि के तहत् कार्यवाही करते हुये वाहन चालक ग्राम डिगनगर परसागुडी थाना राजपुर निवासी 25 वर्षीय मंजे सोनवानी पिता श्याम बिहारी एवं हेल्फर पस्तानपुर ग्राम रघुपुर पोस्ट थाना धौरपुर जिला सरगुजा निवासी 20 वर्षीय संदीप कुमार पिता अनुक साय को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया। पुलिस वाहन स्वामी की जानकारी हासिल कर रही है। 
पूछताछ पर आरोपियों ने बताया कि कोयला को महान-2 खदान के पास से चोरी कर एकत्रित किया गया था और कोयला को धौरपुर के ईट भट्ठा में खपाने हेतु ले जा रहे थे। 
इस कार्यवाही में चौकी प्रभारी खड़गवां सरफराज फिरदौसी, प्रधान आरक्षक मोहर सिंह, आरक्षक शैलेष सिंह, कृष्णकांत पाण्डेय, रविशंकर किण्डो, शिवप्रसाद राजवाड़े, भीखराम भगत, बुधनाथ खलखो, टेमसिंह, भगत सिंह, दिनेश मिंज व प्रमोद गुप्ता सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।