गुरुवार, 5 सितंबर 2019

जिले से स्थानान्तरित हुए पुलिस अधिकारियों की दी गई विदाई


सूरजपुर: जिले में पदस्थ सीएसपी डी.के.सिंह का स्थानान्तरण डीएसपी आपरेशन जिला बलरामपुर, एसडीओपी सूरजपुर मनोज ध्रुव का स्थानान्तरण एसडीओपी कोंटा जिला सुकमा एवं एसडीओपी प्रेमनगर चंचल तिवारी का स्थानान्तरण एसडीओपी अम्बिकापुर में होने पर सूरजपुर पुलिस परिवार के द्वारा बुधवार 05 सितम्बर को विदाई समारोह का आयोजन किया गया। किन्हीं कारणों से पूर्व सीएसपी डी.के.सिंह. उपस्थित नहीं हुए जिन्हें इस मंच से विदाई दी गई।
विदाई समारोह में प्रभारी पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री डी.आर.आंचला एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर सहित अन्य पुलिस अधिकारियों ने जिले से विदा ले रहे तीनों अधिकारियों के कार्यकाल के बारे में बताते हुए कहा कि जिले से स्थानान्तरण पर विदा हो रहे तीनों अधिकारियों ने अपने कार्यो को बेहतर रूप से किया, सौपें गए कार्यो को सदैव 100 प्रतिशत करने में जुटे रहे जिससे कई सफलताए भी मिली, जिले की पुलिस टीम भावना के साथ कार्य कर रही है इसमें आप सभी का सराहनीय योगदान रहा। जिले से स्थानांतरित हो रहे अधिकारियों के स्वस्थ्य एवं उज्जवल भविष्य की कामना की।
जिले से स्थानान्तरण पर विदा हो रहे एसडीओपी सूरजपुर मनोज ध्रुव व एसडीओपी प्रेमनगर चंचल तिवारी ने कहा कि जिले में कार्य के दौरान सभी अधिकारी-कर्मचारियों का भरपूर सहयोग मिला, स्थानान्तरण तो एक प्रक्रिया है जिससे सभी को गुजरना पड़ता है। जिले में किए गये कार्यो के अनुभवों को साझा किया। समारोह में सूरजपुर पुलिस परिवार ने एसडीओपी मनोज ध्रुव व चंचल तिवारी को विदाई समारोह मानस पटल पर अक्षुण्ण रखने स्मृति चिन्ह भेंट किया।
इस अवसर पर एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी, एसडीओपी ओड़गी मंजूलता बाज, एसडीओपी प्रतापपुर राकेश पाटनवार, डीएसपी रामश्रृंगार यादव, डीएसपी अजाक बालसाय केरकेट्टा, जिले के थाना-चैकी प्रभारी सहित कई पुलिस अधिकारी-कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।