गुरुवार, 5 सितंबर 2019

एसडीओपी ने ली ज्वेलर्स संचालकों की बैठक.......

अच्छी क्वालिटी के सीसीटीव्ही कैमरा लगाने दी हिदायत

प्रतिष्ठानों में कार्यरत् व्यक्तियों का पुलिस वेरिफिकेशन कराने को कहा

सूरजपुर: जिले के ज्वेलरी दुकानों में सुरक्षा के उपकरण की उपलब्धता एवं सुरक्षा के प्रति उन्हें जागरूक करने हेतु प्रभारी पुलिस अधीक्षक श्री डी.आर.आंचला ने जिले के राजपत्रित अधिकारियों को ज्वेलरी शाॅप के संचालकों की बैठक लिए जाने के निर्देश दिए थे।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर के मार्गदर्शन में गुरूवार 05 सितम्बर को एसडीओपी प्रतापपुर राकेश पाटनवार ने प्रतापपुर क्षेत्र अन्तर्गत आने वाले ज्वेलरी दुकानों के संचालकों की बैठक थाना परिसर ली। बैठक में एसडीओपी राकेश पाटनवार ने ज्वेलर्स दुकान के संचालकों को उनके प्रतिष्ठानों की सुरक्षा को लेकर चर्चा की गई। एसडीओपी श्री पाटनवार ने ज्वेलर्स संचालकों को अपने प्रतिष्ठानों में अच्छी क्वालिटी के सीसीटीव्ही कैमरा लगाने हेतु कहा। उन्होंने संचालकों को दुकान के बाहर एवं सड़क की ओर फोकस कर सीसीटीव्ही कैमरा लगाने की हिदायत दी। जिन जगहों पर 2-3 ज्वेलर्स शाप है उन्हें मिलकर सुरक्षा गार्ड रखने, दुकान में सेन्ट्रल लाॅक लगाने, नकली सोना बेचने वालों से सावधान रहने तथा संदिग्ध व्यक्ति के द्वारा ज्वेलरी बेचने हेतु आने पर उसकी सूचना पुलिस को देने, कैश एवं ज्वेलरी परिवहन के दौरान सतर्कता बरतने की समझाईश दी।
एसडीओपी प्रतापपुर ने ज्वेलरी संचालकों को कहा कि अपने प्रतिष्ठानों में आटोमेटिक लाॅक लगाए ताकि कोई भी दुकान में दाखिज होता है तो दरवाजे खुद लाॅक हो जाए। उन्होंने प्रतिष्ठानों में काम करने वाले व्यक्तियों का पुलिस वेरिफिकेशन अनिवार्य रूप से कराने की समझाईश दी गई।
इस दौरान थाना प्रभारी प्रतापपुर के.पी.चैहान सहित प्रतापपुर के ज्वेलरी दुकानों के संचालकगण उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।