शनिवार, 28 सितंबर 2019

रामानुजनगर पुलिस ने चोरी की मोटर सायकल बरामद कर 1 को किया गिरफ्तार.........

बाईक बैकुण्ठपुर के घड़ी चैक के पास से की गई थी चोरी

सूरजपुर। गत् दिवस रामानुजनगर पुलिस को मुखबीर से सूचना मिली कि ग्राम रामानुजनगर निवासी बलराज उर्फ गोलू पनिका जो चोरी का काम करता और चोरी का सामान दूसरे जगह से लाकर बिक्री करने का काम करता है तथा एक सफेद रंग का मोटर सायकल कहीं से चोरी कर लाया है बिक्री करने हेतु ग्राहक की तलाश कर रहा है कि सूचना से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया।
पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री डी.आर.आंचला के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर व एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी के मार्गदर्शन में थाना रामानुजनगर पुलिस टीम संदेही को सुभाष चैक में घेराबंदी कर एक सफेद रंग के बिना नंबर टीव्हीएस मोटर सायकल के साथ पकड़ा जिससे नाम पता पूछने पर अपना नाम बलराज उर्फ गोलू पिता स्व. रामकुपाल देवांगन उम्र 19 वर्ष निवासी रामानुजनगर का बताया जिससे मोटर सायकल के संबंध में पूछताछ करने पर कोई दस्तावेज नहीं होना एवं बैकुण्ठपुर घड़ी चैक से गत् 21 सितम्बर को चोरी कर लाना बताया जाने पर पुलिस ने सफेद रंग के बिना नंबर के टीव्हीएस मोटर सायकल कीमत 15 हजार रूपये को जप्त कर आरोपी बलराज उर्फ गोलू देवांगन के विरूद्व धारा 41(1-4) जा.फौ. 379 भादवि के तहत् कार्यवाही कर विधिवत् गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया गया।
इस कार्यवाही में थाना प्रभारी रामानुजनगर गोपाल धुर्वे, एसआई बीडी यादव, प्रधान आरक्षक देवनारायण यादव, लखेश साहू, आरक्षक गणेश सिंह, अकरम मोहम्मद, अत्यम्बर मरावी व फिरोज खान सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।