शनिवार, 28 सितंबर 2019

बिशनुपर के गोदाम से 48 हजार रूपये के सौर उर्जा बिजली की सामानों की हुई थी चोरी........

जयनगर पुलिस ने चोरी की शत् प्रतिशत माल को किया बरामद

एक अपचारी बालक सहित 02 गिरफ्तार

सूरजपुर। गत् दिवस शगुन ट्रेडर्स के पीछे ग्राम बिसुनपुर स्थित मेसर्स क्रमबेल कच्छप कंपनी के इंजीनियर पटेलपारा अम्बिकापुर निवासी दिलीप कुमार ने थाना जयनगर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि कंपनी का गोदाम कन्या परिसर रोड़ बिशुनपुर खुर्द में स्थित है जहां सौर उर्जा बिजली सामान उपकरण को रखा गया था जिसकी देख-रेख अशोक तिग्गा के द्वारा किया जाता है, चैकीदार अशोक जशपुर में वायरिंग के लिए गया हुआ था उसी दौरान गोदाम से किसी अज्ञात व्यक्ति ने गोदाम का ताला तोड़कर कापर तार 1.5 एमएम, ड्रील मशीन सेट, डीसी फेन, सीसीटीव्ही कैमरा कुल 48 हजार रूपये के सामानों की चोरी कर लिए जाने की रिपोर्ट दर्ज कराया जाने पर जयनगर पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के विरूद्व धारा 457, 380 के तहत् मामला पंजीबद्व कर जांच विवेचना में लिया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी जयनगर दीपक पासवान व उनकी टीम के द्वारा क्षेत्र में सूचना तंत्र को एक्टिव किया और क्षेत्र के संदेहियों से पूछताछ एवं उनकी गतिविधियों पर कड़ी नजर बनाए हुए थे इसी दौरान मुखबीर से सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम बिशुनपुर के गोरसी डबरापारा निवासी मुकेश टोप्पो व एक बालक ड्रील मशीन-तार बेचने हेतु ग्राहक खोज रहे है सूचना पर जयनगर पुलिस टीम बिशुनपुर के मुकेश टोप्पो व एक अपचारी बालक को हिरासत में लेकर बारीकी से पूछताछ किया जो मुकेश टोप्पो ने बताया कि अपचारी बालक के साथ मिलकर बिशुनपुर स्थित गोदाम का ताला तोड़कर उक्त सामग्री की चोरी कर अपने घर में रखा है। आरोपी टोप्पो मुकेश के मेमोरण्डम कथन के आधार पर पुलिस टीम ने उसके घर से चोरी की गई सभी वस्तुएं 25 बंडल इलेक्ट्रिक वायर, सीसीटीव्ही सैट, पंखा, ड्रिल मशीन कुल कीमत 48 हजार रूपये को जप्त कर आरोपी मुकेश टोप्पो पिता संतोष टोप्पो उम्र 19 वर्ष निवासी बिशनपुर गोरसी डबरापारा, थाना जयनगर एवं एक अपचारी बालक को विधिवत् गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया।
इस कार्यवाही में थाना प्रभारी जयनगर दीपक पासवान, एसआई विनित पाण्डेय, सुनीता भारद्वाज, एएसआई नवल किशोर दुबे, आरक्षक ललन सिंह, दीपक दुबे व परदेशी चन्द्रा सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।