बुधवार, 17 जुलाई 2019

एसडीओपी ने छात्राओं से वन टू वन बातचीत कर उनके जिज्ञासाओं का किया समाधान.........

असुरक्षा व असहजता पर तत्काल पुलिस को दे सूचना

सूरजपुर। जिले की पुलिस इन दिनों स्कूलों में जाकर छात्र-छात्राओं को उनकी सुरक्षा एवं उनके हितों में बने कानूनी प्रावधान, वर्तमान परिदृष्य में हो रहे धोखाधड़ी से बचाव की जानकारी दे रही है। पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर के मार्गदर्शन में बुधवार को एसडीओपी प्रेमनगर चंचल तिवारी के द्वारा सामुदायिक पुलिसिंग अन्तर्गत ‘‘सहयोग’’ के बैनर तले रामानुजनगर के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के छात्राओं को सुरक्षात्मक उपाए की जानकारी दी। एसडीओपी चंचल तिवारी ने छात्राओं को गुड टच व बैड टच की जानकारी देते हुए कहा कि विद्यालय आने-जाने के दौरान रास्ते अथवा घर में किसी प्रकार की अप्रिय घटना होने पर तत्काल पुलिस तक सूचना पहुंचाए ताकि तत्काल पुलिस मौके पर पहुंचकर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही कर सके। उन्होंने वर्तमान में हो रहे आनलाईन खरीदी, एटीएम फ्राड, लाटरी के नाम किए जा रहे धोखाधड़ी से सावधान रहने की समझाईश देते हुए कहा कि यातायात नियमों का पालन करें और नियमों की जानकारी से अपने अभिभावकों को अवगत कराए। 
एसडीओपी चंचल तिवारी ने स्कूली छात्राओं से आव्हान किया कि वे समाज में निर्भीक होकर रहे तथा जब भी उन्हें किसी भी क्षण असुरक्षा व असहजता के आभास हो तो वे नजदीकी पुलिस थाना की मदद ले। उन्होंने अपना तथा थाना प्रभारी को मोबाईल नंबर छात्राओं को नोट कराया। एसडीओपी ने छात्राओं से वन टू वन बातचीत करते हुए उनकी जिज्ञासाओं का समाधान भी किया। उन्होंने कहा कि पुलिस सबकी मदद करती है , छात्राएं जब भी मदद मांगेगी तो पुलिस अधिकारी तत्परता से सहयोग करेगी। 
इस दौरान स्कूल के प्राचार्य जे.पी.पाल, थाना प्रभारी रामानुजनगर गोपाल ध्रुर्वे, एसआई बी.डी.यादव, प्रधान आरक्षक रविन्द्र भारती, लखेश साहू, आरक्षक गणेश सिंह, मोहम्मद अकरम, महिला नगर सैनिक सरिता साहू एवं स्कूल के शिक्षकगण उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।