गुरुवार, 18 जुलाई 2019

एसडीओपी ओड़गी व प्रेमनगर ने स्कूली छात्र-छात्राओं को दी कई जानकारियां.........


धोखाधड़ी से सावधान रहकर परिजनों को भी करे सावधान

सूरजपुर। स्कूली छात्र-छात्राओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस विभाग के द्वारा काफी संजीदगी से थाना क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों में पहुंचकर छात्राओं को उनकी सुरक्षा, कानूनी प्रावधानों, यातायात के नियमों सहित अन्य जानकारी दे रही है। 
पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर के मार्गदर्शन में बुधवार को एसडीओपी ओड़गी मंजूलता बाज ने ओड़गी के शासकीय बालक व कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के छात्र-छात्राओं को सुरक्षा से जुड़ी जानकारियां दी। स्कूली छात्राओं को कानूनी प्रावधान, गुड टच व बैड टच की जानकारी देते हुए कहा कि वर्तमान में लोगों को लाटरी लगने, एटीएम बंद होने का झांसा देकर ठगी की जा रही है इसके अलावा आनलाईन हो रहे धोखाधड़ी की जानकारी से बचने की जानकारी दी। उन्होंने छात्र-छात्राओं को कहा कि इस प्रकार से हो रहे धोखाधड़ी की जानकारी से अपने परिजनों को अवगत कराकर सावधानी बरतने कहे। स्कूली छात्र-छात्राओं को पुलिस के द्वारा यातायात के नियमों की जानकारी देते हुए उसका पालन करने की समझाईश दिया।
इस दौरान थाना प्रभारी ओड़गी आर.एस.पैंकरा, प्रधान आरक्षक रामजी भगत, आरक्षक अशोक नाथ, राकेश सिंह, लव कुमार गुप्ता, प्राचार्य प्रदीप सिंह, राजेश प्रताप पाल, शिक्षक राजेश कुमार, शत्रुधन कुमार, विनोद सिंह, विनोद गुप्ता, शंकर सिंह नेताम, किशन साहू, राजकुमारी सिंह, संगीता गुप्ता, सावित्री सिंह, लक्ष्मी गुप्ता एवं सुषमा सिंह उपस्थित रहे।

एसडीओपी चंचल तिवारी ने प्रेमनगर बालक स्कूल में दी छात्रों को कई जानकारियां।
बुधवार को एसडीओपी प्रेमनगर चंचल तिवारी के द्वारा प्रेमनगर स्थित शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में छात्रों को पुलिस की कार्यप्रणाली की जानकारी दी। उन्होंने छात्रों को कहा कि स्कूल आने-जाने के दौरान सड़क पर सावधानी बरती जावे इसके लिए आपको यातायात नियमों की जानकारी होना जरूरी है। छात्रों को यातायात नियमों की जानकारी देकर उसका पालन करने हेतु कहा। एसडीओपी श्रीमती तिवारी ने छात्रों को पास्को एक्ट, जे.जे.एक्ट सहित अन्य विधिक जानकारियां दी साथ ही वर्तमान में हो रहे धोखाधड़ी से सावधान रहने एवं अपने परिजनों को भी सावधान करने की समझाईश दिया। इस दौरान एसआई टीकमचंद्र ध्रुव, स्कूल के प्राचार्य, शिक्षक, शिक्षिकाए उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।