शनिवार, 13 जुलाई 2019

2 लाख कीमत के 20 रास भैंस-भैंसा को पुलिस ने किया जप्त, चंदौरा पुलिस की कार्यवाही


सूरजपुर। चंदौरा पुलिस को मुखबीर से सूचना मिली कि बरबसपुर से उत्तरप्रदेश की ओर भैंस-भैंसा को ट्रक में लोड कर ले जाया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर व एसडीओपी प्रतापपुर राकेश पाटनवार के मार्गदर्शन में चंदौरा पुलिस के द्वारा थाना के सामने वाहनों की जांच पड़ताल की जा रही थी तभी ट्रक क्रमांक यूपी 25 एटी 1728 आते दिखा जिसे रोकवाकर जांच किए जाने पर उसमें 20 रास भैंस-भैंसा लोड पाया गया जिसके संबंध में दस्तावेज की मांग किए जाने पर कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए जाने पर ग्राम शामतगंज, थाना बारादर्री, जिला बरेली उत्तरप्रदेश निवासी 35 वर्षीय मोहम्मद शाहीद पिता छुनन शाह, ग्राम बड़हिद, थाना बभनी, जिला सोनभद्र उत्तरप्रदेश निवासी 24 वर्षीय नियाज पिता लल्ले खान, ग्राम खजुरी, थाना गढ़वा, जिला गढ़वा झारखण्ड निवासी 32 वर्षीय नवशाद खान पिता जुबरैल खान एवं ग्राम गुरदी, थाना गढ़वा, जिला गढ़वा झारखण्ड निवासी 28 वर्षीय तकसीर खान पिता नजामुद्दीन खान के कब्जे से 20 रास भैंस-भैंसा कीमत 2 लाख रूपये एवं परिवहन में प्रयुक्त ट्रक को जप्त कर अपराध क्रमांक 40/19 धारा छत्तीसगढ़ पशु परिरक्षण अधिनियम 2004 की धारा 4, 6, 10 एवं पशु क्रूरता अधिनियम 1960 की धारा 11 के तहत् मामला पंजीबद्व कर चारों को विधिवत् गिरफ्तार किया गया।
इस कार्यवाही में एसआई निर्मल राजवाड़े, एएसआई गुरू प्रसाद यादव, आरक्षक शिवनाथ राजवाड़े, जगमोहन विश्वकर्मा, सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।