गुरुवार, 11 जुलाई 2019

सड़क दुर्घटना रोकने दुर्घटनाजनित स्थानों पर लगाया गया संकेतक बोर्ड

सूरजपुर। सड़क दुर्घटनाओं पर रोक लगाने जिले में स्थित राष्ट्रीय एवं राज्यकीय राजमार्ग में दुर्घटनाजन्य स्थानों को चिन्हांकित कर संकेतक बोर्ड लगवाने के निर्देश पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल ने जिले के थाना-चौकी प्रभारियों को दिए है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर व एसडीओपी मनोज ध्रुव के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी जयनगर दीपक पासवान के द्वारा एनएच के एसडीओ एसएल टोप्पो एवं सब इंजीनियर पूजा गुप्ता की संयुक्त टीम के साथ नेशनल हाईवे 43 अम्बिकापुर-मनेन्द्रगढ़ रोड़ के ऐसे स्थानों को चिन्हांकित किया जहां अधिक सड़क दुर्घटनाएं होती है। थाना प्रभारी दीपक पासवान के नेतृत्व में एनएच के एसडीओपी, सब इंजीनियर के द्वारा चिन्हांकित दुर्घटनाजन्य स्थान काली घाट के पास संकेतक बोर्ड लगवाना शुरू कर दिए हैं ताकि वाहन चालक संकेत बोर्ड को देखकर पहले से ही सावधानीपूर्वक वाहन चलाए। थाना प्रभारी जयनगर एवं एनएच के अधिकारियों की संयुक्त टीम के द्वारा अत्यधिक सड़क दुर्घटना वाले स्थानों पर संकेतक बोर्ड लगवाना प्रारंभ कर दी है। 
सड़क दुर्घटना के कई कारण है जिसमें चालकों की लापरवाही, शराब पीकर वाहन चलाना, वाहन चलाते समय मोबाईल का प्रयोग करना, वाहन में खराबी, अचानक किसी वाहन का ओवरटेकिंग करना और यातायात नियमों का पालन न करना है। पुलिस ने सभी से अपील की है वे यातायात नियमों का पालन कर सुरक्षित आवागमन करें। इस संबंध में थाना प्रभारी जयनगर दीपक पासवान ने आमजनों से अपील की है कि वे सड़क दुर्घटना रोकने संबंधी अपने सुझाव पुलिस को दे सकते है।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।