मंगलवार, 18 जून 2019

पत्नी का हत्यारा पति को बसदेई पुलिस ने किया गिरफ्तार

सूरजपुर: गत् 15 जून को ग्राम बसदेई निवासी राजकुमार पिता एतवार साय चौकी बसदेई में आकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि इसके गांव का राजकुमार राजवाड़े अपनी पत्नी जुगमेन बाई का गला दबाकर हत्या कर घर के दरवाजे को ताला लगाकर मनेन्द्रगढ़ चला गया था कि रिपोर्ट पर मर्ग सदर कायम कर शव पंचनामा कार्यवाही में लिया गया तथा हालात से पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर व सीएसपी डी.के.सिंह को अवगत कराकर शव पंचनामा के बाद शव का पी.एम. जिला चिकित्सालय सूरजपुर में भेज कर कराया गया। मर्ग जांच के दौरान प्रार्थी, गवाहों एवं वारिसान का कथन, शव निरीक्षण, घटना स्थल निरीक्षण एवं डाॅक्टर से प्राप्त शार्ट पी.एम. रिपोर्ट के आधार पर आरोपी राजकुमार राजवाड़े जो अपनी पत्नी को झगड़ा-विवाद कर हत्या करना पाए जाने पर आरोपी के विरूद्व धारा 302 भादवि का मामला पंजीबद्व कर विवेचना में लिया गया।
हत्या के मामले में फरार आरोपी की पतासाजी कर शीघ्र-अतिशीघ्र गिरफ्तार करने के निर्देश पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल ने चौकी प्रभारी बसदेई सुनील सिंह को दिए थे। आरोपी राजकुमार राजवाड़े उर्फ राजबब्बर घटना कारित करने के पश्चात् से फरार था। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर व सीएसपी डी.के.सिंह के मार्गदर्शन में चौकी बसदेई की पुलिस टीम आरोपी के पतासाजी करने मनेन्द्रगढ़ रवाना हुई और मुखबीर की सूचना पर बस स्टैण्ड मनेन्द्रगढ़ में आरोपी राजकुमार को पकड़ने पुलिस टीम ने घेराबंदी लगाई आरोपी पुलिस टीम को देखकर भागने लगा जिसे पुलिस टीम ने पीछा कर पकड़ा। 
मामले के आरोपी से पूछताछ किए जाने पर उसने बताया कि 15 जून के दिन के 11-12 बजे के मध्य पत्नी मृतिका जुगमेन बाई इसका किसी अन्य लड़की से अवैध संबंध होने की शंका कर झगड़ा-विवाद कर रही थी जो आरोपी आवेश में आकर गला दबाकर अपनी पत्नी का हत्या कर शव को फांसी में लटकाने का प्रयास किया जो विफल रहा और डर से घर के सामने के दरवाजे में बाहर से ताला लगाकर मनेन्द्रगढ़ भाग गया। आरोपी के जुर्म स्वीकार करने एवं आरोपी के विरूद्व अपराध धारा सदर का घटित करना भली भांति सबूत पाए जाने पर आरोपी राजकुमार राजवाड़े उर्फ राजबब्बर पिता जगलाल राजवाड़े उम्र 24 वर्ष साकिन बसदेई, चौकी बसदेई को विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
इस कार्यवाही में चौकी प्रभारी बसदेई सुनील सिंह, प्रधान आरक्षक मनोज पोर्ते, प्रधान आरक्षक निर्मल मिंज, आरक्षक देवदत्त दुबे, अमरेन्द्र दुबे, राकेश बंजारे, जितेन्द्र पटेल, प्रदीप साहू एवं रामनारायण सोनवानी सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।