मंगलवार, 9 अप्रैल 2019

पुलिस अधीक्षक ने अधिकारी-कर्मचारियों की गुजारिशों की सुनवाई की


सूरजपुर। पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों एवं उनके परिजनों की गुजारिशों को सुनकर उचित निराकरण करने हेतु मंगलवार 09 अप्रैल को पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल ने अपने कार्यालय में पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों की गुजारिशों को सुना। गुजारिश सुनवाई में प्रमुख रूप से कई पुलिस कर्मचारियों ने अपने बच्चों का एडमिशन डीएव्ही पब्लिक स्कूल विश्रामपुर में कराने, आपसी सहमति के आधार पर एक जिले से दूसरे जिले में स्थानान्तरण, वेतन विसंगति दूर करने सहित अन्य गुजारिशे की गई जिस पर एसपी सूरजपुर श्री जायसवाल ने पुलिस कर्मचारियों के बच्चों के एडमिशन, वेतन विसंगति दूर करने संबंधितों को निर्देशित किया है। उन्होंने कहा कि स्थानान्तरण आवेदन के संबंध में आचार संहिता समाप्त होने पर अग्रिम कार्यवाही की जाएगी। इस दौरान एसडीओपी प्रेमनगर चंचल तिवारी, मुख्य लिपिक संतोष वर्मा, आरक्षक सुन्दर श्याम सोनी सहित विभिन्न थाना व रक्षित केन्द्र के पुलिस अधिकारी-कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।