शनिवार, 6 अप्रैल 2019

3 तस्करों से पुलिस ने 1 लाख कीमत के हाथी दांत (जबड़ा) के अवशेष किए बरामद


सूरजपुर।रमकोला पुलिस ने 3 हाथी दांत तस्कर को हाथी दांत (जबड़ा) सहित पकड़ा है। 6 अप्रैल थाना प्रभारी रमकोला को मुखबीर से सूचना मिली कि कुछ व्यक्ति वन्य जीव जंगली हाथी के मुंह के दांत का जबड़ा तस्करी व बिक्री करने के फिराक में बड़वार वन विभाग नर्सरी के पास घूम रहे है, रमकोला प्रभारी के द्वारा इसकी सूूचना से पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल को दी गई जिसे उन्होंने पुलिस टीम को सतर्कता बरतते हुए तस्करों को घेराबंदी कर पकड़ने के निर्देश दिए।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर एवं एसडीओपी ओड़गी मंजूलता बाज के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी रमकोला नरेन्द्र सिंह व पुलिस टीम को ग्राम बड़वार वन विभाग नर्सरी के पास कुछ व्यक्ति दिखे जो पुलिस को देखकर बड़वार वन विभाग नर्सरी की ओर भागने लगे जिन्हें पुलिस टीम के द्वारा घेराबंदी कर पकड़ा। पकड़े गये आरोपियों ने अपना नाम 1. सुषकुमार अगरिया पिता सोमारू उम्र 25 वर्ष ग्राम धूरिया 2. सभापति पण्डो पिता रामलाल पण्डे उम्र 25 वर्ष ग्राम घूरिया 3. शिष कुमार यादव पिता शिवनाथ यादव उम्र 30 वर्ष ग्राम घुई, थाना रमकोला का रहने वाले बताए, जिनके पास से एक सफेद प्लास्टिक बोरे में 05 नग वन पशु हाथी का मुंह के दांत का जबड़ा वजन 12 किलो 500 ग्राम कीमत करीब 1 लाख रूपये का मिला जिसे विधिवत् जप्त कर धारा 9, 51 वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत् कार्यवाही कर तीनों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
इस कार्यवाही में थाना प्रभारी रमकोला नरेन्द्र सिंह, एएसआई विराट विसी, प्रधान आरक्षक महेन्द्र सिंह, हेमन्त सोनवानी, ललित एक्का, आरक्षक योगेश्वर सिंह, अलबिनुस तिर्की, विश्वजीत सिंह, रामसागर साहू, सुखनंदन सिंह श्याम, सुनील बेक, रामप्यारे पैंकरा, रामकुमार नायक, क्रांति सिंह एवं जगदीश प्रसाद सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।