शुक्रवार, 12 अप्रैल 2019

50 हजार कीमत के नशीली इंजेक्शन के साथ 2 गिरफ्तार, थाना विश्रामपुर पुलिस की कार्यवाही


सूरजपुर। थाना विश्रामपुर में लगातार मुखबीर सूचना प्राप्त हो रही थी कि क्षेत्र में नशे का कारोबार कुछ लोगों के द्वारा कर नवयुवकों को नशा के गिरफ्त में डालने का कार्य किया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर एवं सीएसपी डी.के.सिंह के मार्गदर्शन में लगातार निगाह रखी जा रही थी। 
गत् 11 अप्रैल को थाना प्रभारी विश्रामपुर कपिल देव पाण्डेय को मुखबीर से सूचना मिली एक मैरून कत्थे रंग के होण्डा एक्टीवा स्कूटी में दो व्यक्ति भारी मात्रा में नशीली मादक उत्तेजक दवाईयां बिक्री करने हेतु अम्बिकापुर से विश्रामपुर कालोनी की ओर आने वाले है जिसकी सूचना से पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल को अवगत कराए जाने पर उन्होंने पुलिस टीम को घेराबंदी कर आरोपियों को पकड़ने के निर्देश दिए। एएसपी हरीश राठौर व सीएसपी डी.के.सिंह के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी विश्रामपुर कपिलदेव पाण्डेय ने मुखबीर सूचना के अनुसार मंगतराम चौक विश्रामपुर के पास अम्बिकापुर की ओर से आ रही मैरून कत्थे रंग के होण्डा एक्टीवा स्कूली क्रमांक सीजी 15 सीडब्ल्यू 7953 को रोककर स्कूटी में सवार व्यक्तियों से नाम पता पूछने पर स्कूटी चालक अपना नाम अपूर्व मेहता पिता विपिन किशोर मेहता उम्र 30 वर्ष साकिन जोड़ापीपल अम्बिकापुर तथा स्कूटी के पीछे बैठे व्यक्ति ने अपना नाम जसपाल सिंह उर्फ गोल्डी सिंह पिता बलप्रीत सिंह उम्र 38 वर्ष साकिन गुदरी चौक अम्बिकापुर बताया। अपूर्व मेहता के कब्जे से एक मैरून कत्थे रंग के होण्डा स्कूटी के डिग्गी में एक पारदर्शी प्लास्टिक पन्नी में रखा नशीली मादक उत्तेजक दवाई रेक्सोजेसिक इंजेक्शन 52 नग एवं एविल इंजेक्शन 52 नग कीमत 26 हजार रूपये तथा जसपाल सिंह उर्फ गोल्डी के कब्जे से रेक्सोजेसिक इंजेक्शन 48 नग एवं एविल इंजेक्शन 48 नग कीमत 24 हजार रूपये का जप्त किया गया। नशीली इंजेक्शन परिवहन में प्रयुक्त किए गए होण्डा स्कूली भी जप्त की गई। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि लंबे समय से इस अवैध व्यापार में लगे हुए थे जो पटना क्षेत्र के कुछ लोगों से इंजेक्शन की आपूर्ति करते है।दोनों आरोपियों के विरूद्ध धारा 21(बी) एनडीपीएस एक्ट के तहत् कार्यवाही कर विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी विश्रामपुर कपिल देव पाण्डेय, प्रधान आरक्षक इन्द्रजीत सिंह, आनंद सिंह, आरक्षक उदय सिंह, अखिलेश पाण्डेय, संदीप शर्मा, अजय सिंह, राजकुमार सिंह एवं ताराचंद यादव सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।