बुधवार, 17 अप्रैल 2019

प्रतापपुर पुलिस की कार्यवाही नकली जेवर को असली बताकर बेचने के फिराक में 2 महिला गिरफ्तार।

सूरजपुर: गत् 16 अप्रैल को दो महिलाएं चांदी का जेवर लेकर प्रतापपुर स्थित कंचन ज्वेलर्स में बेचने पहुंची, पहली महिला ने 4 नग पायल तथा दूसरी महिला ने 1 नग कमरबंध रखी थी। ज्वेलर्स संचालक सुमित सोनी ने जेवर बेचने का कारण पूछने पर महिलाओं ने पेट में पथरी का ईलाज कराने के लिए रूपयों की जरूरत बताया। ज्वेलर्स संचालक पायल एवं कमरबंध देखा तो उसे याद आया कि 15-20 दिन पहले इन्हीं दोनों महिलाओं ने 4 नग पायल और 1 नग कमरबंध इसके दुकान में 10 हजार रूपये में बेचा था। महिलाओं के द्वारा पूर्व में बेचे गए जेवर एवं अभी लाए गए जेवर एक जैसा होने के कारण ज्वेलर्स संचालक ने पूर्व के जेवर पायल से एक घुंघरू एवं कमरबंध से एक कड़ी तथा अभी बेचने हेतु लाए गए पायल एवं कमरबंध से एक कड़ी एवं घुंघरू को निकालकर गलाकर चेक किए जाने पर इन महिलाओं के द्वारा पूर्व में बेचा हुआ एवं अभी बिक्री के लिए लाया गया जेवर चांदी का नहीं बल्कि गिलट का बना हुआ पाया जिस पर ज्वेलर्स संचालक ने इसकी सूचना प्रतापपुर पुलिस को दिया।
पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर व एसडीओपी प्रतापपुर राकेश पाटनवार के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी प्रतापपुर के.पी.चौहान पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचकर दो महिलाएं ग्राम करेयां (दहीडांड) थाना दरिमा निवासी 40 वर्षीय पक्का बाई पति तिलकचंद एवं 45 वर्षीय नानबाई पति भगत गिरी को हिरासत में लिया और दोनों महिलाओं के द्वारा पूर्व में बेचे गए जेवर एवं बेचने हेतु लाए गए गिलट का बना चांदी जैसा जेवरात 4 जोड़ी पायल एवं 02 नग कमरबंध कीमत 20 हजार रूपये को जप्त कर नकली जेवर को चांदी का असली जेवर बताकर बेचना एवं पुनः बेचने हेतु लाकर धोखाधड़ी करना पाए जाने पर अपराध क्रमांक 68/19 धारा 420, 34 भादवि के तहत् मामला पंजीबद्व कर विधिवत् दोनों महिलाओं को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया।
पूछताछ पर दोनों महिलाओं ने बताया कि इनके सास-ससुर के द्वारा जेवरात को दिया गया था, पुलिस के द्वारा इस संबंध में तस्दीक किए जाने पर दोनों महिलाओं के सास-ससुर की मृत्यु कई वर्ष पूर्व होना पाया। 
ज्ञात हो कि पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल के द्वारा जिले के थाना-चौकी की पुलिस को चलित थाना के दौरान साईबर क्राईम, आनलाईन होने वाले धोखाधड़ी, खासकर नकली सोना बेचने एवं सोना सफाई गिरोह के झांसे में न आने की समझाईश आमजनों को दिए जाने के निर्देश दिए गए थे। पुलिस के इन्हीं सार्थक प्रयासों के परिणाम स्वरूप आज इन दोनों महिलाएं को पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
इस कार्यवाही में थाना प्रभारी प्रतापपुर के.पी.चौहान, एसआई चित्रलेखा साहू, प्रधान आरक्षक अशोक सोनवानी, आरक्षक अखिलेश यादव, प्रकाश पन्ना एवं महिला आरक्षक सुषा मिंज सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।