मंगलवार, 12 मार्च 2019

7 वर्षो से धोखाधड़ी के मामले में फरार आरोपी गिरफ्तार

सूरजपुर। पुलिस महानिरीक्षक, सरगुजा रेंज श्री के.सी.अग्रवाल के द्वारा 11 मार्च को सूरजपुर जिले का दौरा कर पुलिस अधिकारियों की बैठक लेकर पुराने मामलों को जल्द निराकरण करने के निर्देश दिए थे। पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल के द्वारा थाना प्रभारियों को पुराने मामले में फरार आरोपियों की धरपकड़ हेतु टीम बनाकर भेजने के निर्देश दिए थे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर एवं सीएसपी डी.के.सिंह के मार्गदर्शन में विश्रामपुर की पुलिस टीम के द्वारा थाना विश्रामपुर में पंजीबद्ध अपराध क्रमांक 97/12 धारा 420, 468, 471, 120बी भादवि के प्रकरण में करीब 7 वर्षो से फरार आरोपी नंदकुमार लहरे पिता स्व. चरणदास लहरे निवासी ग्राम भाटापारा कोसीर, थाना कोसिर, जिला रायगढ़ को रायगढ़ के खरसिया के पास पुलिस टीम ने घेराबंदी कर पकड़ा और विधिवत् गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।आरोपी नंदकुमार लहरे के द्वारा टाटा मेमोरियल हाॅस्पिटल मुम्बई से इस्टीमेट प्राप्त कर एसईसीएल विश्रामपुर में कूटरचित एवं फर्जी दस्तावेज के आधार पर 4 लाख 50 हजार रूपये का डिमाण्ड ड्राफ्ट प्राप्त कर मानव कल्याण सेवा समिति का कंवरिंग लेटर लगाकर टाटा मेमोरियल हास्टिपल में जमा किए किन्तु पीड़ित व्यक्ति के ईलाज में केवल 5 सौ रूपये खर्च होने के कारण 4 लाख 49 हजार 5 सौ रूपये जो कि एसईसीएल को मिलना था उसे कूटरचित दस्तावेज के आधार पर मानव कल्याण सेवा समिति बिलासपुर के खाते में ट्रान्सफर कराकर लाभ अर्जित किया था।इस कार्यवाही में थाना प्रभारी विश्रामपुर कपिलदेव पाण्डेय, एएसआई चंदेश्वर राम, विमलेश सिंह, प्रधान आरक्षक इन्द्रजीत सिंह, आनंद सिंह, आरक्षक अखिलेश पाण्डेय एवं सुभाष पैंकरा सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।