सूरजपुर। आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पुलिस महानिरीक्षक, सरगुजा रेंज श्री के.सी.अग्रवाल के दिशा-निर्देश के अनुरूप पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल के द्वारा स्थाई वारंटियों को धरपकड़ करने हेतु थाना-चौकी की पुलिस टीम को लगाया था। मंगलवार 12 मार्च को विश्रामपुर पुलिस टीम के द्वारा वर्ष 2015 से धारा 380, 457, 411 भादवि के तहत् फरार स्थाई वारंटी ग्राम शिवनंदपुर, थाना विश्रामपुर निवासी सिकंदर उर्फ बबलू पिता बाबूलाल राजवाड़े, धारा 379, 34 भादवि के स्थाई वारंटी ग्राम पीढ़ा, थाना सूरजपुर निवासी विनोद उर्फ ढोला पिता मेघनाथ को पकड़ा है। झिलमिली पुलिस टीम के द्वारा धारा 379, 34 भादवि के स्थाई वारंटी ग्राम कुसमुसी, चौकी बसदेई निवासी भुनेश्वर पिता मूनसाय, रामानुजनगर पुलिस टीम ने धारा 294, 506, 323 भादवि के 6 वर्षो से फरार स्थाई वारंटी रामसिंह पिता शिवरतन सिंह को विभिन्न स्थानों से पकड़कर स्थाई वारंटी तामिल कर संबंधित माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किये। सूरजपुर पुलिस द्वारा स्थाई वारंटी की धरपकड़ का यह अभियान लगातार जारी रहेगा।
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'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।