गुरुवार, 10 जनवरी 2019

उमेश्वरपुर में खुलेगी पुलिस चौकी, ग्रामीणों की मांग पर एसपी ने दिलाया भरोसा



* प्रस्ताव बनाकर भेजने के निर्देश

*एसपी पहुंचे उमेश्वरपुर ग्रामीणों व छात्र/छात्राओं से की मुलाकात।

सूरजपुर।उमेश्वरपुर की भौगोलिक स्थिति व प्रेमनगर व रामानुजनगर थाने से दूरी को ध्यान में रखते हुये उमेश्वरपुर में नवीन पुलिस चौकी की स्थापना के लिये जरूरत महसूस की जा रही है इसके लिये पुलिस अधीक्षक सूरजपुर ने साकारात्मक पहल की है। गुरूवार को जिले के पुलिस अधीक्षक जी.एस.जायसवाल प्रेमनगर ब्लाक के दुरस्थ अंचल ग्राम उमेश्वरपुर के दौरे पर पहुंचे थे जहां ग्राामीणों से मुलाकात कर उनका हाल-चाल जाना और अपराधिक गतिविधियों के बारे में जानकारी लेते हुये ग्रामीणों से कहा कि गांव में किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधियों की जानकारी लगने पर तत्काल नजदीकी थाने में इसकी सूचना दें, उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि जिले की पुलिस आपकी सुरक्षा के लिये है इस बात को ध्यान में रखते हुये पुलिस की मदद् के लिये सामने आंए ताकि अपराधों पर रोकथाम लगाई जा सके। इस दौरान ग्रामीणों ने रामानुजनगर व प्रेमनगर थाने से उमेश्वरपुर की दूरी को इंगित करते हुए उमेश्वरपुर में चौकी खोले जाने की मांग रखी। ग्रामीणों ने बताया कि यहां पुलिस चौकी के लिये तत्काल में भवन भी उपलब्ध है ग्रामीणों के अनुसार यहां नया प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन का निर्माण कराया गया है जिससे पुराना भवन खाली है जिसका उपयोग पुलिस चौकी हेतु किया जा सकता है। जिस पर पुलिस अधीक्षक जी.एस.जायसवाल ने गंभीरता से लेते हुये तत्काल इसके लिये पहल करने का न केवल भरोसा दिलाया है बल्कि प्र्रेमनगर एसडीओपी चंचल तिवारी को इसके लिये तत्काल प्रस्ताव भेजने को कहा है। ग्रामीणों से मुलाकात के बाद पुलिस अधीक्षक श्री जायसवाल उमेश्वरपुर स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पहुंचकर छात्र/छात्राओं से मुलाकात कर स्मार्ट पुलिसिंग के तहत् कराए जा रहे निबंध प्रतियोगिता की जानकारी देते हुये इसमें बढ़-चढकर हिस्सा लेने का आव्हान किया, उन्होंने इस मौके पर छात्र/छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षा की तैयारियों के लिये प्रेरित किया और कहा कि पूरी तन्मयता से अपने भविष्य के प्रति ध्यान रखें इस दौरान उन्होंने छात्राओं से सामुदायिक पुलिसिंग के लिए छात्र/छात्राओं से सुझाव भी मांगे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।