शुक्रवार, 25 जनवरी 2019

पुलिस अधीक्षक ने जिले के थाना व चौकी प्रभारियों की ली क्राईम मीटिंग

लंबित अपराध का शीघ्र करें निराकरण, निगरानी बदमाशों की हो नियमित चेकिंग       

       थानों में लंबित अपराध, शिकायतों की विस्तृत जानकारी लेकर उनके निराकरण में तेजी लाने, सामुदायिक पुलिसिंग के तहत् किये गये कार्यो की समीक्षा, समंस वारंट की तामिली का स्तर में बढ़ोत्तरी एवं जिले में कानून व्यवस्था बनाये रखने तथा अपराध पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल ने जिले के पुलिस अधिकारियों की क्राईम मीटिंग गुरूवार 24 जनवरी को पुलिस कन्ट्रोल रूम के सभाकक्ष में ली।
सूरजपुर।पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल ने थाना चौकी प्रभारियों से पुराने लंबित सभी अपराधों की विस्तृत जानकारी ली और थाना प्रभारियों को उनके निराकरण हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिये इसी प्रकार उन्होंने लंबित चालान एवं शिकायतों की विधिसम्मत जांच कर निराकरण करने, अवैध कार्यो में लिप्त लोगों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करने, वरिष्ठ कार्यालयों के द्वारा चाही गई जानकारी की पीडीएफ फाईल बनाकर शीघ्रता से देने के निर्देश दिये इसके अलावा उन्होंने क्षेत्र के निगरानी बदमाशों की सतत् चेकिंग करने, शहर में बेहतर यातायात व्यवस्था बनाये रखने, थाना में लंबित गंभीर अपराधों के निराकरण शीघ्र हो इस हेतु राजपत्रित अधिकारियों को डायरी अवलोकन कर विवेचकों को मार्गदर्शन देकर प्रकरण का निराकरण कराने, सूचना तंत्र को मजबूत करने तथा जिन स्थानों पर ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं होती है उन जगहों पर दुर्घटना होने से बचाव के उपाय किये जाने व नियमित रूप से पेट्रोलिंग करने के निर्देश दिये है। 
एसपी श्री जायसवाल ने कहा कि साईबर अपराध की सूचना पर तत्काल एफआईआर दर्ज की जाए, अवैध गांजा व नशीली दवाओं के कारोबार की सूचना पर तत्काल कार्यवाही करें, आरोपियों की धरपकड़ हेतु पुलिस टीम भेजने एवं राजपत्रित अधिकारियों को थाना चैकियों का अधिक से अधिक आकस्मिक निरीक्षण कर पाये खामियों को समक्ष में दुरूस्त कराने के निर्देश दिये।
इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मेघा टेंभुरकर, सीएसपी डी.के.सिंह, डीएसपी मुख्यालय निमिषा पाण्डेय, डीएसपी लाईन प्रकाश सोनी, एसडीओपी प्रेमनगर चंचल तिवारी, एसडीओपी ओड़गी डाॅ. ध्रुवेश जायसवाल, डीएसपी अजाक बालसाय केरकेट्टा, जिले के थाना चौकी प्रभारी सहित पुलिस के अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।