सोमवार, 28 जनवरी 2019

सूरजपुर पुलिस के द्वारा कराये गये सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में 8 हजार बच्चों ने लिया हिस्सा।








⚛  प्रत्येक थाना क्षेत्र के प्रतिभावान छात्र/छात्राएं किये जायेंगे सम्मानित।

सूरजपुर। स्कूली बच्चों की छुपी हुई प्रतिभा को उभारने, आगामी समय में उन्हें विभिन्न प्रकार की प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी एवं प्रतियोगी परीक्षा में भाग लेने हेतु प्रेरित करने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल ने जिले के थाना/चौकी प्रभारियों को उनके क्षेत्र में स्थित विद्यालय एवं महाविद्यालय के छात्र/छात्राओं का सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन करने के निर्देश दिये थे।
                 इसी परिपेक्ष्य में सोमवार 28 जनवरी को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्रीमती मेघा टेंभुरकर के मार्गदर्शन में डीएसपी मुख्यालय निमिषा पाण्डेय, एसडीओपी प्रेमनगर चंचल तिवारी एवं एसडीओपी सूरजपुर मनोज ध्रुव के नेतृत्व में जिले के थाना चौकी प्रभारियों के द्वारा सामुदायिक पुलिसिंग के अन्तर्गत विद्यालय एवं महाविद्यालयों में अध्ययनरत् छात्रा/छात्राओं के प्रतिभा को उभारने की अनोखी पहल करते हुये सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन किया। पुलिस के द्वारा कराये गये इस प्रतियोगिता में जिले के विभिन्न विद्यालय व महाविद्यालय के करीब 8 हजार स्कूली छात्र/छात्राएं ने हिस्सा लिया। इस प्रतियोगिता के आयोजन से स्कूली बच्चें काफी उत्साहित दिखे। प्रत्येक थाना चौकी क्षेत्र के प्रतिभावान छात्र/छात्राओं को स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जायेगा।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।