शुक्रवार, 21 दिसंबर 2018

कोल, भू माफिया, कोयला चोरों व अवैध शराब विक्रेताओं पर सख्त कार्यवाही करने एसपी सूरजपुर ने दिये निर्देश


सूरजपुर।छत्तीसगढ़ के माननीय मुख्यमंत्री के द्वारा कलेक्टर-एसपी की विडियों कान्फ्रेसिंग में कोल माफिया, भू माफिया, सट्टा सहित अन्य अवैध गतिविधियों पर कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिये है। जिसके तारतम्य में शुक्रवार 21 दिसम्बर को पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल ने जिले में कानून व्यवस्था बनाये रखने और अपराध पर अंकुश लगाने, लंबित अपराधों की विधिसंगत जांच कर निराकरण करने के उद्देश्य से पुलिस अधिकारियों की क्राईम मीटिंग पुलिस कन्ट्रोल रूम के सभाकक्ष में ली।
इस दौरान एसपी श्री जायसवाल ने सभी थाना चौकी प्रभारियों को कोयला चोरी, सट्टा, जुआ एवं भू माफिया के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने, वर्ष 2018 समाप्ति पर है जिसके मद्देनजर लंबित अपराध, चालान एवं शिकायतों की विधिवत् जांच करते हुये अधिक से अधिक प्रकरणों का निकाल करने के सख्त निर्देश दिए। एसपी श्री जायसवाल ने कहा कि पीड़ित की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर निराकरण करें ताकि पुलिस की कार्यप्रणाली से आम लोगों में विश्वास जागृत हो और अपराधियों पर शिकंजा कसा जा सके। अवैध शराब बिक्री की सूचना पर तत्काल छापामार कार्यवाही करने, महिला संबंधी अपराधों की जांच महिला पुलिस अधिकारी से कराने, शहर में बेहतर यातायात व्यवस्था बनाये रखने, कार्य में लापरवाही बरतने वाले पुलिस अधिकारी/कर्मचारी की जानकारी देने ताकि उनके विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जा सके। वाहनों एवं संदिग्ध व्यक्तियों की चेकिंग नियमानुसार किये जाने एवं अवैध परिवहन पर मुस्तैदी से कार्यवाही करने हेतु कहा।
जिले के थाना प्रभारियों के द्वारा ग्राम रक्षा समिति के सदस्यों के साथ रात्रि गश्त करने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुये कहा कि जिन स्थानों पर सड़क दुर्घटनाएं ज्यादा होती है उन स्थानों पर रेडियम एवं स्टापर लगाई जावे, अवैध उत्खनन पर प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करने संबंधित विभाग के अधिकारियों से समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिये।
इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मेघा टेंभुरकर, सीएसपी डी.के.सिंह, डीएसपी मुख्यालय निमिषा पाण्डेय, डीएसपी लाईन प्रकाश सोनी, एसडीओपी प्रेमनगर चंचल तिवारी, डीएसपी अजाक बालसाय केरकेट्टा, जिले के थाना चौकी प्रभारी, क्राईम ब्रांच, यातायात प्रभारी सहित पुलिस के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।