सोमवार, 18 जून 2018

सूरजपुर पुलिस की परामर्शदात्री समिति की बैठक हुई



सूरजपुर।  मुख्यालय रायपुर के निर्देश पर इकाई स्तरीय परामर्शदात्री समिति का गठन पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल के द्वारा किया गया। एसपी सूरजपुर श्री जायसवाल के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मेघा टेंभुरकर के द्वारा परामर्शदात्री समिति के गठित अधिकारी व कर्मचारियों से पुलिस के वेलफेयर के संबंध में सुझाव प्राप्त करने हेतु बुधवार को पुलिस कन्ट्रोल रूम के सभाकक्ष में बैठक आयोजित की गई।
        बैठक में एएसपी श्रीमती टेंभुरकर ने परामर्शदात्री समिति के अधिकारी कर्मचारियों को पुलिस के वेलफेयर के संबंध में सुझाव आमंत्रित किये। बैठक में समिति के सदस्यों ने साप्ताहिक अवकाश की सुविधा प्रारंभ कराये जाने, मकान किराया भत्ता 7वें वेतनमान के आधार पर दिये जाने, मोबाईल एवं पेट्रोल भत्ता, शासन की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाये जाने हेतु सहित अन्य कई वेलफेयर के सुझाव प्राप्त हुये जिनमें प्रमुख रूप से पुलिस स्कूल प्रारंभ कराये जाने एवं पुलिस लाईन पर्री में पुलिस कैन्ट्रीन शीघ्र प्रारंभ हो जिससे पुलिस के अधिकारी कर्मचारियों को उचित मूल्य एवं एक ही स्थान पर उन्हें उनकी जरूरत की वस्तुएं मिल सके।
         बैठक में डीएसपी मुख्यालय निमिषा पाण्डेय, मुख्य लिपिक संतोष वर्मा, थाना प्रभारी सूरजपुर दीपक पासवान, थाना प्रभारी ओड़गी अजरूद्दीन, रक्षित निरीक्षक रामप्रसाद पैंकरा, सूबेदार सनत ठाकुर, चैकी प्रभारी बसदेई कपिलदेव पाण्डेय, सुलेमान लकड़ा, सुनील वर्मा, प्रधान आरक्षक विवेकानंद सिंह, विवेक पाण्डेय, सुभाष ठाकुर, जोरसाय बेक, आरक्षक सुन्दर श्याम सोनी, परिमल भट्टाचार्य, अजय प्रताप राव, महिला आरक्षक शकुन्तला कुजूर व निरोज केरकेट्टा उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।