शनिवार, 25 फ़रवरी 2017

एकदिवसीय कार्यशाला: साक्ष्य संकलन एवं उनकी न्यायालय में प्रस्तुति ...




सूरजपुर।लोक अभियोजन संचालनालय रायपुर के निर्देशानुसार उप संचालक लोक अभियोजन सूरजपुर के तत्वाधान में दाण्डिक प्रकरणों में साक्ष्य संकलन एवं उनकी न्यायालय में विधिवत प्रस्तुति विषय पर गत् 12 फरवरी दिन रविवार को साधुराम सेवाकुंज सूरजपुर में एक दिवसीय कार्यशाला/सेमीनार का आयोजन किया गया। कार्यशाला/सेमीनार में मुख्य अतिथि श्री कमलभान सिंह सांसद सरगुजा लोक सभा क्षेत्र, अध्यक्ष श्री जी.आर. चुरेन्द्र कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी सूरजपुर व कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री आर.पी.साय वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सूरजपुर, श्री एस.के. मिश्रा संयुक्त संचालक लोक अभियोजन सरगुजा रेंज एवं नोडल अधिकारी उच्च न्यायालय बिलासपुर, सुश्री दीपा कटारे न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी सूरजपुर, श्री पुनीत राम गुरूपंच न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वितीय श्रेणी सूरजपुर एवं श्री टी.पी. साहू नगर पालिका अध्यक्ष सूरजपुर उपस्थित रहे। सेमीनार के प्रारंभ में जिला लोक अभियोजन अधिकारी एवं प्र.उप संचालक अभियोजन सूरजपुर श्री दिनेश कुमार गिरी द्वारा कार्यशाला/सेमीनार के आयोजन की उपयोगिता के संबंध में संक्षिप्त जानकारी प्रदान की गई। कार्यशाला/सेमीनार को विधि के विशेषज्ञ (जानकार) वक्ताओं द्वारा संबोधित करते हुए निर्धारित विषय के संबंध में उपयोगी व्याख्यान दिये गये एवं उपस्थित प्रतिभागियों को विस्तृत जानकारी दी गई। इस कार्यालय में सरगुजा रेंज के सभी जिलों से प्रतिभागियों के रूप में अभियोजन अधिकारी, पुलिस विभाग के अधिकारी/कर्मचारी, प्रशासनिक अधिकारी एवं अन्य शासकीय विभाग के अधिकारी कर्मचारी सहित लगभग 200 लोग उपस्थित अतिथियों, व्याख्यानकर्ताओं को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया एवं उपस्थित प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र का वितरण किया गया। सेमीनार के सफल आयोजन में अभियोजन विभाग सूरजपुर में पदस्थ अभियोजन अधिकारियों क्रमश: दिग्विजय दयाल, शिवशंकर बंजारे, पंकज सिंह केषरे एवं कर्मचारी आलोक घोष, अमरदीप देवांगन, आशीष सिंह के साथ-साथ वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी एस.के.सिंह एफ.एस.एल. सरगुजा द्वारा विशेष योगदान दिया गया। इस सेमीनार में सूरजपुर जिले के सभी थाना चौकी में पदस्थ अधिकारी/कर्मचारी भी उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।