सोमवार, 16 जनवरी 2017

सड़क सुरक्षा जागरूकता सप्ताह: शासकीय महाविद्यालय एवं शासकीय हायर सेकेण्डरी मिडिल स्कूल जरही में हुआ आयोजन




सूरजपुर। गत् 13 जनवरी को 28वीं सड़क सुरक्षा जागरूकता सप्ताह मनाये जाने हेतु पुलिस अधीक्षक आर.पी. साय के मार्गदर्शन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एस.आर. भगत की गरिमामयी उपस्थिति में शासकीय महाविद्यालय जरही एवं शासकीय हायर सेकेण्डरी मिडिल स्कूल जरही के करीब 500 छात्र छात्राओं एवं शासकीय महाविद्यालय के प्राचार्य अशोकनाथ तिवारी एवं शिक्षक,शिक्षिकाओं तथा पत्रकार बंधुओं डाॅ. प्रताप नारायण सिंह, चंचल सिह, वरूण राय ई.टी.व्ही. न्यूज, बिटू सिंह, देवेन्द्र सिंह, अफरोज खान, महेन्द्र गुप्ता की उपस्थिति में 28वीं सडक सुरक्षा जागरूकता सप्ताह जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में एएसपी एस.आर. भगत एवं शासकीय महाविद्यालय एवं शासकीय हायर सेकेण्ड्री स्कूल के प्राचार्यगणों को पुष्पगुच्छ  देकर थाना प्रभारी पी0के0 तिवारी के द्वारा स्वागत किया गया तथा कार्यक्रम में उपस्थित पत्रकार बंधुओं का स्वागत एएसआई एन.के. दुबे, जरही बीट प्रभारी के द्वारा पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया गया तत्पश्चात थाना प्रभारी भटगांव एवं एएसपी श्री भगत के द्वारा सडक सुरक्षा के अन्तर्गत यातायात नियमों का पालन करने, बगैर ड्रायविंग लायसेंस के वाहन न चलाने, रात्रि में डिपर का उपयोग करने, ओव्हर टेक नहीं करने, जगह मिलने पर अपने दाहिने से निकल कर चलने तथा हमेशा सडक पर अपने बायें चलने, सडक क्रास करते समय अपने दाहिने बायें देख कर सड़क क्रास करने, अपने वाहन को हमेशा बीमा कृत करने आदि यातायात नियमों की जानकारी दी गई तथा साथ ही लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 (पाक्सो एक्ट) की जानकारी देकर यातायात नियमों का पालन कर अपने बहुमूल्य जीवन को सुरक्षित करने हेतु विस्तार से जानकारी देकर जागरूक किया गया एवं यातायात नियमों के संबंध में पाम्पलेट बाटें गये। 28वीं सड़क सुरक्षा जागरूकता सप्ताह को सफल बनाने में थाना प्रभारी भटगांव पी0के0 तिवारी, एसआई रश्मि सिंह, एएसआई नवल किशोर दुबे, बृजमोहन गुप्ता, प्रधान आरक्षक पन्नालाल एक्का, हंसराम कनेडिया, आरक्षक अतुल शर्मा, मनोज जायसवाल, संतोष जायसवाल, महिला आरक्षक सुषा मिंज, हेम कुमारी उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।