सोमवार, 8 दिसंबर 2025

सुरक्षा नियमों का पालन से सड़क हादसों को रोका जा सकता है, यह एक महत्वपूर्ण सामाजिक जिम्मेदारी है- डीआईजी/एसएसपी सूरजपुर। सड़क सुरक्षा नियम/शिक्षा जीवित रहने के किसी भी अन्य बुनियादी कौशल की तरह ही आवश्यक है। पंचायत स्तर पर जागरूकता के आयोजन करेंगे जनप्रतिनिधिगण।

 

सूरजपुर। सड़क सुरक्षा इसलिए जरूरी है क्योंकि अधिकांश दुर्घटनाएँ टाली जा सकती हैं और यह परिवारों को दुख से बचाने के लिए महत्वपूर्ण है। नियमों का पालन न करने और लापरवाही के कारण कई लोग घायल होते हैं और कई लोगों की जान चली जाती है। सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देना एक सामाजिक कर्तव्य है, जो जीवन को सुरक्षित रखने के साथ-साथ दुर्घटनाओं से भी बचाता है, आज के दौर में यातायात नियमों को सख्ती से अपनाना अपनी व दूसरों की सुरक्षा के लिए बेहद आवश्यक है, उक्त बाते सोमवार, 01 दिसम्बर 2025 को थाना परिसर प्रेमनगर में आयोजित सुगम सफर अभियान के दौरान डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने कही।
                 इस अवसर पर डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर ने कहा कि सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने से दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों और गंभीर चोटों को रोका जा सकता है, कई दुर्घटनाएँ लापरवाही, तेज गति और नशे में गाड़ी चलाने के कारण होती हैं, इसलिए सड़क सुरक्षा नियमों/शिक्षा जीवित रहने के किसी भी अन्य बुनियादी कौशल की तरह ही आवश्यक है। सुरक्षा नियमों का पालन करके सड़क हादसों को रोका जा सकता है, यह सभी के लिए एक महत्वपूर्ण सामाजिक जिम्मेदारी है।
                 उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य वर्तमान और भावी सड़क उपयोगकर्ताओं के बीच सुरक्षित सड़क उपयोग व्यवहार को प्रोत्साहित करने के लिए सड़क सुरक्षा जानकारी प्रदान करना है और सड़क हादसों में मृत्यु दर एवं घायल लोगों की संख्या को कम करना है। उन्होंने सड़क दुर्घटना को रोकने की दिशा में सुझाव भी आमंत्रित किए। डीआईजी व एसएसपी ने इस दौरान साइबर अपराध के प्रति लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि साइबर अपराध के झांसे में न जाए, किसी भी स्थिति में ओटीपी किसी दूसरे व्यक्ति को न बताए, संदिग्ध लिंक में क्लीक न करें। साइबर अपराध के प्रति जागरूक रहकर ही सुरक्षित रहा जा सकता है।

पंचायत स्तर पर जागरूकता के आयोजन करेंगे जनप्रतिनिधि।
             इस आयोजन के बाद गांव के सभी जनप्रतिनिधियों डीडीसी, बीडीसी, सरपंच, उपसरपंच तथा ग्राम सचिव व कोटवारों के द्वारा पंचायत स्तर पर यातायात नियमों एवं साइबर अपराध के प्रति जागरूकता के आयोजन करने की रणनीति पर सहमति बनी है। इनका प्रयास रहेगा कि गांव के सभी लोगों तक यह यातायात नियमों, साइबर अपराध से बचाव एवं नशा मुक्ति के लिए जागरूकता का संदेश पहुंचे और सड़क दुर्घटना, साइबर ठगी को रोका जा सके।
              इस कार्यक्रम में एसडीओपी प्रेमनगर नरेन्द्र सिंह पुजारी, थाना प्रभारी प्रेमनगर विराट बिशी, जनपद अध्यक्ष प्रेमनगर तुलेश्वर सिरदार, नगर पंचायत अध्यक्ष सुखमनिया जगते, जिला पंचायत सदस्य नयन विजय सिरदार, सरपंच संघ अध्यक्ष प्रभु श्याम, विरेन्द्र जायसवाल, तुलसी यादव, महेन्द्र यादव, विजय सिदार, मिथला बंजारा, 20 से अधिक गांव के सरपंच, सचिव, स्कूली बच्चे, जनप्रतिनिधिगण व गणमान्य नागरिकगण मौजूद रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।