बुधवार, 22 अक्टूबर 2025

डीआईजी/एसएसपी सूरजपुर ने एसबीआई के साइबर जागरूकता रथ को हरी झंडी रखाकर किया रवाना। जागरूकता रथ में एलईडी स्क्रीन के साथ नुक्कड़ नाटक कलाकारों का दल भी है मौजूद जो जिलेभर में लोगों को साइबर ठगी के तरीकों और उनसे बचाव की देंगे जानकारी।

 

सूरजपुर। मंगलवार, 09 सितम्बर 2025 को साइबर जागरूकता के लिए एसबीआई द्वारा तैयार किए गए जागरूकता रथ को डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया जिसमें एलईडी स्क्रीन लगाई गई है। इस स्क्रीन पर लगातार साइबर अपराधों से जुड़े जागरूकता वीडियो प्रदर्शित किए जा रहे हैं। एसबीआई शाखा सूरजपुर परिसर में शाखा प्रबंधक पियुस विजयवर्गीय की मौजूदगी में साइबर सुरक्षा पर नुक्कड़-नाटक के माध्यम से जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
            इस अवसर पर डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने कहा कि साइबर अपराध से बचाव और जागरूकता के लिए एसबीआई की ओर से बेहतर पहल कर साइबर सुरक्षा के प्रति अपनी कृतज्ञता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि साइबर अपराधों का जाल बेहद बड़ा हो चुका है कि पढ़े-लिखे व जागरूक लोग भी ठगी का शिकार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की साइबर ठगी होने पर तुरंत 1930 पर कॉल करना चाहिए ताकि समय रहते आर्थिक क्षति रोकी जा सके। किसी संदिग्ध लिंक या कॉल पर विश्वास न करें, बैंक संबंधी गोपनीय जानकारी साझा न करें, विभागीय कार्य से जुड़े पासवर्ड मजबूत रखें और नियमित रूप से बदलते रहें। इसके अलावा सोशल मीडिया पर निजी जानकारी या लोकेशन सार्वजनिक करने से बचने और जनता के बीच भी इन बिंदुओं को साझा कर उन्हें जागरूक करने की अपील की गई।
          डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर ने कहा कि साइबर अपराध को रोकने में यह रथ और नुक्कड़ नाटक की टीम की बेहद ही शानदार प्रस्तुती के माध्यम से आमजनों को जागरूक कर रही है और ठगी होने पर क्या करना है उसके बारे में लोगों को बता रही है। यह साइबर जागरूकता रथ जिलेभर में घूमकर नागरिकों को साइबर अपराधों से सतर्क करेगा। भारतीय स्टेट बैंक सूरजपुर के शाखा प्रबंधक पियुस विजयवर्गीय ने मीडिया के माध्यम से लोगों से अपील किया है कि किसी भी प्रकार के लालच या झांसे में आकर अपनी गोपनीय जानकारी साझा न करें और सतर्क रहकर खुद को व अपने परिजनों को साइबर अपराधियों से सुरक्षित रखें। इस अवसर पर यातायात प्रभारी बृजकिशोर पाण्डेय, बैंक अधिकारी सूरज सिंह, विशाल प्रसाद, गजेन्द्र देवांगन, वंदना कुमारी, बिंदेश्वरी, सिद्धनाथ राजवाड़े, सुनील सिंह, स्मृति एक्का, प्रदीप व काफी संख्या में बैंक के ग्राहक मौजूद रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।