बुधवार, 22 अक्टूबर 2025

सुरक्षित सफर के लिए सूरजपुर पुलिस का अभियान, पिछले 2 माह में शराब पीकर वाहन चलाने वाले 520 वाहन चालकों पर हुई सख्त कार्यवाही, माननीय न्यायालय से 55 लाख रूपये का हुआ चालान। अभियान में पुलिस ने जांचे 15 हजार से अधिक वाहन, यातायात नियमों का पालन की अपील, कहा दुर्घटना से देर भली।

 

सूरजपुर। जिले की पुलिस ने 520 वाहन चालकों को शराब पीकर वाहन चलाते पकड़ा है। पुलिस की जागरूकता अभियान, नियम तोड़ने वालों पर सख्ती बरती जा रही है। डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर के निर्देश पर जिले की पुलिस ने ड्रंक एंड ड्राइव के खिलाफ स्पेशल ड्राईव चलाया। पिछले 2 माह अगस्त व सितम्बर 2025 के दौरान थाना-चौकी व यातायात की टीमों ने कई स्थानों पर प्रभावी चेकिंग प्वाईंट लगाकर करीब 15 हजार से अधिक वाहन चालकों की ब्रेथ एनालाइजर से जांच की। जांच में नशे का सेवन कर वाहन चलाने वाले 520 चालकों को पकड़ा गया और उनका डॉक्टरी मुलाहिजा कराकर माननीय न्यायालय में इस्तगाशा पेश किया गया जहां से 55 लाख रूपये का चालान हुआ है।
              पुलिस इन चालकों के ड्राईविंग लायसेंस को निलंबित करने के लिए आरटीओ को प्रतिवेदन भी भेज दिया है। पुलिस की यह कार्रवाई सड़क सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए की गई। मंगलवार को यातायात प्रभारी बृजकिशोर पाण्डेय ने बिना परमिट के बस चालन पर एक बस के विरूद्ध एमव्ही एक्ट की धारा 66/192 के तहत कार्यवाही कर इस्तगाशा न्यायालय में पेश किया है।
           सूरजपुर पुलिस ने वाहन चालकों से अपील किया है कि यातायात नियमों का पालन करें, शराब का सेवन कर वाहन न चलाए, वाहन चलाते समय मोबाईल का उपयोग न करें, अपने नाबालिक बच्चों को कभी भी वाहन न दे जब-तक वे 18 वर्ष के न हो जाये व परिवहन विभाग से वाहन चलाने का वैध लायसेंस न बना ले। दोपहिया में तीन सवारी न चले, बिना हेलमेट बाईक न चलाए, बिना सीट बेल्ट चार पहिया वाहन न चलाए, दुर्घटना से देर भली-जीवन अनमोल है। यातायात नियमों के प्रति लोगों को जागरूक करने व चेकिंग अभियान में जिले के सभी थाना-चौकी व यातायात पुलिस मजबूती के साथ लगी हुई है।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।