बुधवार, 13 अगस्त 2025

रक्षाबंधन उत्सव। सूरजपुर में स्कूली छात्राओं ने पुलिस अधिकारियों को बांधी राखी।

 


सूरजपुर। रक्षाबंधन का पर्व सामाजिक समरसता, सेवा और संस्कारों का जीवंत उत्सव है। इसी भावना को साधुराम विद्या मंदिर स्कूल सूरजपुर की छात्राओं ने साकार किया। डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने कहा बहनों ने पुलिस अधिकारियों को साखी बांधकर यह एहसास कराया कि हम अपनों से दूर नहीं है।
                  शुक्रवार, 08 अगस्त 2025 को एसआरव्हीएम के स्कूली छात्राएं थाना सूरजपुर पहुंची और थाना प्रभारी सूरजपुर विमलेश दुबे, एएसआई संजय सिंह सहित अन्य पुलिस अधिकारी व जवानों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधा। छात्राओं ने राखी बांधने के साथ ही आरती उतारी और तिलक कर अधिकारियों के प्रति आदर भाव प्रकट किया। उन्होंने सभी के उत्तम स्वास्थ्य, सुरक्षा और सुदीर्घ जीवन की मंगलकामना की। इस दौरान थाना प्रभारी विमलेश दुबे ने नन्हीं बहनों को कहा कि हम आपकी सुरक्षा के लिए पूरी तत्परता से तैनात है, आपको कभी भी कोई भी समस्या हो तो हमें याद कर सूचित करें हम फौरन वहां पहुंचेंगे, आपकी सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। थाना प्रभारी ने उपस्थित छात्र-छात्राओं को पुलिस की कार्यप्रणाली से अवगत कराते हुए थाना का भ्रमण कराया और सुरक्षा उपकरणों, ऑनलाईन एफआईआर, शस्त्रागार एवं वायरलेस सेट आपरेट करने के बारे में जानकारी दी।
            डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने कहा कि छात्राएं केवल शिक्षा नहीं, संस्कारों और सामाजिक कर्तव्यों से भी परिपूर्ण हैं। आज पुलिस अधिकारियों को राखी बांधकर प्रेम, सुरक्षा और विश्वास का प्रतीक प्रस्तुत किया है, हम सभी यह एहसास कराया है कि हम अपनों से दूर नहीं है। इस विशेष आयोजन ने यह साबित किया कि जब शिक्षा के साथ संस्कार भी मिलते हैं, तो हमारी बहने/छात्राएं न केवल ज्ञानवान बल्कि समाज सेवा में भी अग्रणी बनती हैं। इस अनोखे आयोजन से पुलिस और आम नागरिकों के बीच सौहार्दपूर्ण संबंधों को और बढ़ावा मिला है।

जिलेभर में पुलिस की कलाई पर बंधी राखी। शुक्रवार के जिले के सभी थाना-चौकी के पुलिस अधिकारी व जवानों की कलाईयों में विभिन्न संगठनों, संस्था से जुड़े महिलाओं, स्कूली छात्राएं/बहनों के द्वारा राखी बांधकर मिठाई खिलाई। इस अवसर पर पुलिस अधिकारियों ने कहा कि हम महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा और सम्मान के लिए हमेशा प्रतिबद्ध है। कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधिकारियों ने छात्राओं को अपने सपनों को पूरा करने और समाज में सकारात्मक योगदान देने के लिए प्रेरित किया।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।