शुक्रवार, 9 मई 2025

माननीय मुख्यमंत्री के द्वारा रक्तदान करने वाले पुलिस अधिकारी व नागरिकों को प्रशस्ति पत्र देकर किया सम्मानित।

 


सूरजपुर। माननीय मुख्यमंत्री छ.ग. शासन श्री विष्णुदेव साय सुशासन तिहार के तृतीय चरण में दिनांक 09 मई 2025 को सूरजपुर जिले के प्रवास के दौरान भारतीय रेड क्रास सोसायटी के सहयोग से कराए गए रक्तदान शिविर में रक्तदाताओं को सम्मानित किया है।
               7 मई कराए गए रक्तदान शिविर में डीआईजी व एसएसपी श्री प्रशांत कुमार ठाकुर के निर्देश पर पुलिस के अधिकारी व जवानों ने बड़ी संख्या में रक्तदान किया था, आज माननीय मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय जी के द्वारा रेड क्रास सोसायटी के पदाधिकारियों की मौजूदगी में रक्तदान करने वाले अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो, थाना प्रभारी सूरजपुर विमलेश दुबे व यातायात प्रभारी बृजकिशोर पाण्डेय सहित अन्य नागरिकों को प्रशिस्त पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, जनप्रतिनिधिगण, जिला प्रशासन, पुलिस के अधिकारीगण मौजूद रहे।

माननीय मुख्यमंत्री ने सूरजपुर पुलिस के साइबर सुरक्षा, ट्रैफिक नियमों की लघु विडियो को सराहा। आधुनिक दौर में आमजनता की सुरक्षा से जुड़ी विषयों व समाज में जागरूकता फैलाने का है यह सशक्त जरिया।

सूरजपुर। माननीय मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय सुशासन तिहार के तृतीय चरण में दिनांक 08-09 मई 2025 को सूरजपुर जिले के प्रवास पर लोगों की समस्याओं को सुनने और उसके समाधान करने के साथ ही विभागीय समीक्षा बैठक ली।
          शुक्रवार को सूरजपुर जिला प्रशासन व पुलिस के द्वारा साइबर सुरक्षा को मजबूत कर आमजनता को साइबर अपराध से बचाव, यातायात नियमों का पालन, अपराध से बचाव, नशे के उपयोग से बचने सहित अन्य विषयों पर आकर्षक शॉट विडियो को माननीय मुख्यमंत्री छत्तीसगढ शासन न केवल बड़े आत्मीयता से देखा बल्कि सूरजपुर पुलिस की इस पहल को सराहा। आज के आधुनिक दौर में आमजनता की सुरक्षा से जुड़ी विषयों व समाज में जागरूकता फैलाने का यह सशक्त जरिया है। आपकी सतर्कता और हमारी सजगता ही साइबर ठगी का सबसे बड़ा तोड़ है।
           बता दे कि डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने जिले में साईबर अपराध, ट्रैफिक नियमों व नशे की कुरीति से बचाव की दिशा में सार्थक कदम उठाते हुए इन विषयों पर लघु विडियों बनवाया है ताकि इसके माध्यम से समाज के सभी लोगों को जागरूक किया जा सके। लघु विडियों में एएसपी संतोष महतो, डॉ. राहुल पारिक, श्रुति सिंह, हेमा शुक्ला, अमनजीत महन्त की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
        इस अवसर महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, जनप्रतिनिधिगण, जिला प्रशासन, पुलिस के अधिकारीगण मौजूद रहे।

गुरुवार, 8 मई 2025

बालिका की हत्या के मामले में थाना रामानुजनगर पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार।

 

सूरजपुर। दिनांक 26.04.2025 को थाना रामानुजनगर थाना क्षेत्र अन्तर्गत स्थित बांसबाड़ी में एक बालिका का शव संदिग्ध अवस्था में पड़े होने की सूचना प्राप्त होने पर थाना रामानुजनगर पुलिस मौके पर पहुंची। घटना स्थल पर पुलिस अधिकारी, एफएसएल व डॉग क्क्वार्ड की टीम के द्वारा बारीकी से मुआयना किया गया। शव पंचनामा की कार्यवाही के बाद शव को पीएम के लिए रवाना कर मर्ग कायमी उपरान्त अज्ञात आरोपी के विरूद्ध धारा 103 बीएनएस के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया।
             डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने मामले की गंभीरतापूर्वक विवेचना कर आरोपी की पतासाजी कर पकड़ने थाना रामानुजनगर और साईबर सेल की ज्वाईट पुलिस टीम गठित कर लगाया और प्रकरण की लगातार मॉनिटरिंग करते रहे। थाना रामानुजनगर पुलिस ने मामले की विवेचना के दौरान मृतिका के परिजनों सहित अन्य लोगों से पूछताछ किया। पूछताछ में बासबाड़ी के चौकीदार शिवाराम के ऊपर संदेह जाहिर किये जाने पर उसे तलब कर बारीकी से पूछताछ किया गया जिसमें वह हर बार गुमराह करते रहा। चौकीदार के ऊपर पर्याप्त संदेह होने पर एफएसएल टीम की मदद से पूछताछ कर उसके कपड़े और टांगी की जांच कराई गई जिसमें टांगी व टी-शर्ट में रक्त होना पाए जाने पर संदेह के आधार पर टांगी व टी-शर्ट जप्त कर मृतिका के डीएनए से मिलान के लिए एफएसएल रायपुर भेजा गया था जिसके रिपोर्ट में संदेही के टांगी का रक्त एवं मृतिका का रक्त समूह दोनों एक ही डीएनए का होना पाया गया।
         मामले में चौकीदार को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया जिसने बताया कि दिनांक 25/04/2025 के प्रातः बासबाड़ी का चौकीदारी करने वहां गया था जहां एक बालिका को सायकल से जाते देखा तो उसे गलत नियत से रोककर पकड़ा तब वह विरोध करते हुए कहने लगी की गांव में सभी को बताउंगी इस डर से अपने पास रखे टांगी से प्रहार कर हत्या कर दिया और शव को गड्डे में छिपाकर बालिका के सायकल व टिफिन को फेंकने अन्यत्र स्थान चला गया। इसके बाद संदेह हुआ कि उस गड्डे में लाश मिलने से मैं फंस जाउंगा इसके बाद वापस आकर गड्डे से लाश को निकालकर कुछ दूरी पर फेंक दिया और ध्यान भटकाने की नियत से उसे निर्वस्त्र कर दिया। इसके उपरान्त मृतिका के सायकल को लेकर साल्ही बांध में ले जाकर फेंक दिया और वहीं अपने कपड़े साफ कर नहाकर घर आ गया। आरोपी के विरूद्ध साक्ष्य छुपाने पर धारा 238 बीएनएस जोड़ी जाकर आरोपी शिवराम उम्र 60 वर्ष को गिरफ्तार किया गया है। कार्यवाही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो व एसडीओपी प्रेमनगर नरेन्द्र सिंह पुजारी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी रामानुजनगर राजेन्द्र साहू, साइबर सेल प्रभारी राकेश यादव, एएसआई मनोज पोर्ते, प्रधान आरक्षक निमेश शर्मा, आरक्षक दीपक यादव, रौशन सिंह, युवराज यादव, विनोद सारथी, रूपदेव सिंह, सैनिक देवचंद पाण्डेय, रजनीश पटेल व सम्मत सिंह सक्रिय रहे।

रक्तदान शिविर में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो व जवानों ने किया रक्तदान।

 

सूरजपुर। बुधवार, 07 मई 2025 को भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी के द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन जिला चिकित्सालय में किया गया। डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने पुलिस के अधिकारी व जवानों को दूसरों की जीवन बचाने के लिए उपयोगी रक्त का दान करने के निर्देश दिए थे।
            रक्तदान शिविर में रेड क्रॉस के पदाधिकारियों की मौजूदगी में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो ने सर्वप्रथम रक्तदान कर दूसरों को भी रक्तदान करने के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर एएसपी श्री महतो ने कहा कि रक्तदान सभी दानों से महादान होता है। रक्तदान से किसी को जीवनदान मिल सकता है। उन्होंने कहा कि हमारे देश के लोग विभिन्न प्रकार के बीमारियों व सड़क दुर्घटना में घायलों को रक्त की सख्त जरूरत होती है। हम सभी के द्वारा किए गए रक्तदान से कई लोगों को जीवनदान मिल सकता है। उन्होंने कहा कि लोगों को हमेशा अपने जीवन के साथ-साथ दूसरों के जीवन के प्रति सोचने की जरूरत है।
          रक्तदान शिविर में एएसपी के अलावे प्रधान आरक्षक प्रदीप पटेल, आशीष श्रीवास्तव, आरक्षक जितेन्द्र सिंह, सफेन्दर सिंह, धरमजीत सिंह, अंशू सिंह, वाल्टर खलखो, शिशिर डुगडुग, नरेन्द्र सिंह ने भी रक्तदान किया। इस अवसर पर सीएचएमओ डॉ. कपिलदेव पैंकरा, रेड क्रॉस सोसाइटी के पदाधिकारी व गणमान्य नागरिकगण मौजूद रहे।

गायत्री भूमिगत खदान में घुसकर डकैती करने वाले फरार आरोपियों को थाना सूरजपुर पुलिस ने किया गिरफ्तार।


सूरजपुर। गायत्री भूमिगत खदान के खान प्रबंधक संजय मिश्र ने थाना सूरजपुर में रिपोर्ट दर्ज कराया था कि गायत्री भूमिगत खदान परिसर में दिनांक 01.09.2020 को रात्रि करीब 01.30 बजे 10-12 अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा घुसकर भण्डार गृह स्टोर रूम में सेंध लगाकर प्रवेश कर दहशत फैलाकर सुरक्षा प्रहरियों को बंधक बनाकर भण्डारगृह में रखे 15 मीटर पी.व्ही.सी. आर्ड केबल को चुराकर ले गए। रिपोर्ट पर आरोपियों के विरूद्ध धारा 395 भादसं. के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना के दौरान पूर्व में प्रकरण के 08 आरोपी व 01 विधि विरूद्ध संघर्षरत् बालक को पकड़ा गया था। प्रकरण के अन्य फरार आरोपियों के विरूद्ध धारा 173(8) जा.फौ. के तहत विवेचना जारी था। मामले में फरार आरोपीगण के गांव आने की सूचना पर पुलिस ने दबिश देकर आरोपी 1. प्रताप चौधरी उम्र 57 वर्ष ग्राम तुलसी चौकी लटोरी 2. राजकुमार अगरिया उम्र 40 वर्ष निवासी कसकेला को दिनांक 07.04.2025 को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में 1 आरोपी फरार चल रहा था जिसकी पतासाजी की जा रही थी।
         डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने पुराने लंबित गंभीर अपराधों मामलों की समीक्षा करते हुए फरार आरोपियों की गंभीरतापूर्वक पतासाजी कर पकड़ने के निर्देश थाना-चौकी प्रभारियों को दिए है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो व सीएसपी एस.एस.पैंकरा के मार्गदर्शन में थाना सूरजपुर पुलिस ने प्राप्त सूचना के आधार पर फरार आरोपी संजय कुमार बरगाह पिता पातर साय उम्र 27 वर्ष ग्राम पोड़ी थाना सूरजपुर को पकड़ा। पूछताछ पर आरोपी ने जुर्म स्वीकार किया जिसे गिरफ्तार किया गया है। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी सूरजपुर विमलेश दुबे, एएसआई संजय सिंह यादव, आरक्षक रवि पाण्डेय, प्रदीप सोनवानी, रविराज पांण्डेय, दशरथ राम सक्रिय रहे।

पुलिस की कार्यवाही पारदर्शी व निष्पक्ष रखने, फरियादी की शिकायत पर त्वरित एक्शन लेने तथा कोई फरियादी थाना से निराश होकर न जाए यह सुनिश्चित करने दिए कड़े निर्देश- डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर।

 

सूरजपुर। डीआईजी व एसएसपी श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने सोमवार, 05 मई 2025 को जिले के पुलिस राजपत्रित अधिकारियों, थाना-चौकी प्रभारियों की अपराध समीक्षा बैठक ली। बैठक में उन्होंने जिलों में आधारभूत पुलिसिंग को और मजबूत करने पर विशेष ज़ोर दिया गया। जिलों में पदस्थ राजपत्रित अधिकारियों को और अधिक जवाबदेह बनाने, पर्यवेक्षकर्ता राजपत्रित अधिकारी अपने पर्यवेक्षणीय थाना के कार्यों की प्रतिदिन मॉनिटरिंग करने तथा अधीनस्थों को उचित दिशा-निर्देश व मार्गदर्शन देने के निर्देश दिए ताकि कार्य गतिशील रहे। उन्होंने पुलिस की कार्यवाही को पारदर्शी व निष्पक्षता से करने के निर्देश दिए ताकि समाज व लोगों में पुलिस की छवि और और अच्छी बने, पीड़ित पक्ष, थाने में आने वाले फरियादी की शिकायत गंभीरता से सुनकर कार्यवाही करते हुए उसे संतुष्ट करें, और यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई फरियादी निराश होकर न जाए।
            जिले में लंबित अपराध, महिलाओं और बच्चों से संबधित अपराध, संपत्ति संबंधी अपराध, मर्ग, शिकायत, विभागीय जांच एवं लघु अधिनियम व प्रतिबंधात्मक कार्यवाही अंतर्गत की गई कार्यवाही तथा कानून-व्यवस्था और सड़क दुर्घटनाओं सहित जिले के कई महत्वपूर्ण विषयों की समीक्षा की गई तथा सभी विषयों पर महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिये गये।
             डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने गंभीर किस्म के प्रकरणों में सतत विवेचना करते हुए यथाशीघ्र विधिसम्मत निराकरण करने, प्रकरण लंबी अवधि तक विवेचना में लंबित न रहे। थानों में तैयार चालान अनावश्यक लंबित न रहे इसके लिए पुलिस राजपत्रित अधिकारी व थाना प्रभारी को लंबित चालान की प्रत्येक दिवस समीक्षा कर विधिसम्मत कार्यवाही के निर्देश दिये गये। महिलाओं और बच्चों से संबंधित मामलों में तत्काल संज्ञान लेकर त्वरित विधिसम्मत कार्यवाही किये जाने निर्देश दिये गये। मादक पदार्थां और सूखे नशे के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही के साथ-साथ उनकी बरामदगी के स्तर पर भी सुधार हेतु निर्देशित किया गया।
              पुलिस बल में अनुशासन बनाये रखने, पुलिस की मौजूदगी क्षेत्र में दिखे, जवानों की सुविधाओं को लेकर कार्य किए जाने की दिशा में सार्थक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। लंबित सभी गंभीर प्रकरणों के निराकरण की ओर विशेष ध्यान दिये जाने, सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने दुर्घटनाजन्य क्षेत्र में हुई दुर्घटनाओं का विस्तृत विश्लेषण कराया जाकर प्राप्त कारणों के आधार पर दुर्घटनाजन्य क्षेत्र में संबंधित विभागों से समन्वय कर कार्यवाही कराये जाने निर्देशित किया गया। सभी थाना प्रभारियों को अपने अपने थाना क्षेत्रों में विजुअल पुलिसिंग कर शाम को शहर में स्वयं पेट्रोलिंग करने के भी निर्देश दिये। पेट्रोलिंग गश्त, जनता से सामंजस्य हेतु कम्युनिटी पुलिसिंग, विजिबल पुलिसिंग कर गुंडा बदमाश, निगरानी बदमाशों की नियमित चेकिंग करने एवं होटल, ढाबा, लॉज, बैंक एवं व्यापारिक संस्थाओं की भी नियमित चेकिंग करने के निर्देश दिये।
           बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो, नगर पुलिस अधीक्षक एस.एस.पैंकरा, डीएसपी मुख्यालय महालक्ष्मी कुलदीप, डीएसपी अनूप एक्का, रितेश चौधरी, एसडीओपी प्रेमनगर नरेन्द्र सिंह पुजारी, एसडीओपी प्रतापपुर सौरभ उईके, एसडीओपी ओड़गी राजेश जोशी, डीएसपी अजाक पी.डी.कुजूर, एसडीओपी सूरजपुर अभिषेक पैंकरा, जिले के थाना-चौकी प्रभारी, जिला पुलिस कार्यालय के अधिकारीगण मौजूद रहे।

डीआईजी/एसएसपी सूरजपुर के निर्देश। चलित थाना में पुलिस-ग्रामीणों बैठे साथ, पुलिस ने सुनी ग्रामीणों की समस्या किया निराकरण, म्यूल अकाउंट क्या है और इससे बचाव के उपाए बताए, ऑनलाइन फ्रॉड, सड़क दुर्घटना, नशीले पदार्थों से बचाव और नए तीन कानून के बारे में किया जागरूक।

 

सूरजपुर। थाना प्रतापपुर पुलिस ने चलित थाना लगाकर ग्रामीणों के साथ बैठकर उनकी समस्याएं सुनीं। इस दौरान पुलिस ने ग्रामीणों को ऑनलाइन फ्रॉड, सड़क दुर्घटना, नशीले पदार्थों का उपयोग से बचाव और नए तीन कानून जैसे विषयों सहित विभिन्न मुद्दों पर जागरूक किया। साथ ही गांव के वरिष्ठ नागरिकों, ग्रामीणों से चर्चा कर म्यूल अकाउंट क्या है और इससे बचाव के क्या उपाए है, क्षेत्र में होने वाले साइबर अपराध के संबंध में लोगों को जानकारी देकर जागरूक होने अवगत कराया जा रहा है।
           चलित थाना पुलिस और जनता के बीच सहयोग और सहज संबंध स्थापित करने का एक उत्तम माध्यम है जिसके जरिये यथासंभव शिकायतों का मौके पर ही निराकरण करने का प्रयास तथा विभिन्न विषयों पर जागरूक किया जाता है। डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर के निर्देश पर जिले के सभी थाना-चौकी क्षेत्र में लगातार चलित थाना का आयोजन कर ग्रामीणों की समस्याओं को सुना और निराकरण किया जा रहा है।
         इसी परिप्रेक्ष्य में सोमवार, 05 मई 2025 को थाना प्रतापपुर पुलिस ने ग्राम सरहरी में चलित थाना का आयोजन किया। पुलिस के अधिकारी ग्रामीणों के साथ बैठकर उनसे चर्चा कर उनकी समस्याओं को सुना और शिकायतों का निराकरण किया साथ ही मोबाइल से हो रही ठगी के मामलों में सावधान रहने व अपराध के प्रति जागरूक रहने कहा। पुलिस ने ग्रामीणों को बताया कि म्यूल अकाउंट वे बैंक अकाउंट्स होते है जिनका इस्तेमाल साइबर अपराधी ठगी के पैसों को ट्रांसफर करने के लिए करते है, म्यूल अकाउंट अपराध से बचने के लिए हमेशा सुरक्षित वित्तीय प्लेटफार्म का उपयोग करें, संदिग्ध लेन-देन के बारे में अपने बैंक को सूचित करें, किसी दूसरे व्यक्ति को अपना बैंक पासबुक, एटीएम और सीम कार्ड उपयोग के लिए न दें।
           ग्रामीणों को कहा गया कि प्रत्येक ग्राम में बीट पुलिस अधिकारी के द्वारा वाटसएप ग्रुप बनाया गया है जिसमें अपराध के रोकथाम, महत्वपूर्ण सूचना के आदान-प्रदान एवं आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने ग्रुप में जुड़कर पुलिस को सहयोग करें ताकि अपराधों पर लगाम लगाया जा सके। क्षेत्र में किसी भी अपराध की सूचना तत्काल पुलिस को देने की बात कही गई। चलित थाना में ग्रामीणों से क्षेत्र में होने वाले अपराध के रोकथाम के संबंध में आवश्यक चर्चा किया गया। इस दौरान सरपंच, पंच व ग्रामीण उपस्थित थे।

सूरजपुर पुलिस ने मालवाहक वाहन के मालिक-चालकों की ली बैठक, माल वाहक वाहनों में यात्री बठाने पर होगी कठोर कार्रवाई।

 

सूरजपुर। सड़क हादसों में अंकुश लगाने की दिशा में सूरजपुर पुलिस लगातार मोटर व्हीकल एक्ट की कार्रवाई, जागरूकता कार्यक्रम तथा अन्य विभागों के साथ मिलकर सडक़ सुरक्षा को लेकर सुधारात्मक कार्य किए जा रहे है। डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर के निर्देश पर मालवाहक वाहनों में सवारी ढोने की घटनाओं पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने जिले के सभी थाना क्षेत्रों में एक साथ व्यापक अभियान चलाया जा रहा है।
            रविवार, 04 मई 2025 जिले के थाना-चौकी प्रभारियों के द्वारा पिकअप सहित अन्य वाहन के मालिकों और चालकों की बैठक लेकर उन्हें स्पष्ट निर्देश दिए गए कि यदि अब माल वाहक वाहनों में यात्री बैठे मिले या हादसे में किसी की जान गई, तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में पुलिस अधिकारियों ने कहा कि देश में सडक दुर्घटनाएं मृत्यु के बड़े कारणों में शामिल हैं, और इनमें भी मालवाहक वाहनों में सवारी बैठाकर की गई लापरवाही से कई मासूम जानें जा चुकी हैं। उन्होंने बताया कि मालवाहक का इस्तेमाल सिर्फ माल ढोने के लिए ही किया जाना चाहिए, इसे यात्री वाहन बनाना न केवल खतरनाक है, बल्कि कानून का गंभीर उल्लंघन भी है। नए मोटर व्हीकल एक्ट के अनुसार, यदि जानबूझकर ऐसे वाहन में सवारी बैठाकर दुर्घटना कर दी गई, तो उसे जानबूझकर घोर लापरवाही माना जाएगा, साथ ही वाहन बीमा कंपनी भी किसी तरह का मुआवजा नहीं देगी।
यातायात नियमों व निर्देशों का करें पालन।
          डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर ने बताया कि वाहन स्वामी एवं चालकों की बैठक का मुख्य उद्देश्य यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित कराना और सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। जिसके जरिए वाहन चालकों को यातायात नियमों का पालन करने और सड़क पर सुरक्षित ढंग से वाहन चलाने के लिए प्रेरित करना, शराब पीकर वाहन न चलाने की चेतावनी देना था ताकि सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सके। बैठक में पिकअप व अन्य वाहनों के मालिकों और चालकों को सख्त हिदायत दी गई है कि ऐसे वाहनों में यात्री न बैठाए, निर्देशों के बावजूद ऐसा करने वालों पर सख्त कार्यवाही की जायेगी।

शादी समारोह में शामील होने गए व्यक्ति की हत्या के मामले में थाना चंदौरा पुलिस ने आरोपी चचेरे भाई को किया गिरफ्तार।

 

सूरजपुर। दिनांक 01.05.2025 को ग्राम पकनी निवासी लालचंद मरावी ने थाना चंदौरा में रिपोर्ट दर्ज कराया कि इसका छोटा भाई अनिल सिंह दिनांक 30.04.2025 को गांव में शादी समारोह में गया था। अगले दिन सुबह गांव के खेत में मृत अवस्था में मिला जिसके सिर में चोट के निशान है, किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा उसकी हत्या कर दी गई है। प्रार्थी की रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 33/2025 धारा 103(1) बीएनएस के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया।
         मामले की सूचना पर डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने हत्या के मामले में अज्ञात आरोपी की गंभीरतापूर्वक पतासाजी कर जल्द पकड़ने के निर्देश दिए। थाना चंदौरा पुलिस ने मामले की विवेचना के दौरान अज्ञात आरोपी की पतासाजी गंभीरतापूर्वक करते हुए शादी समारोह में मृतक को अंतिम बार देखने वालों से बारीकी से पूछताछ की गई जिसमें उसके चचेरे भाई संदेही जगदेव पिता जुठनराम का नाम सामने आया जिसके बाद उसके पकड़ा गया।
             पूछताछ पर उसने बताया कि गांव के शादी घर में अनिल सिंह मिला जहां दोनों पास के खेत में जाकर खाए-पीए इस दौरान खाने-पीने का सामान खत्म होने की बात को लेकर मृतक विवाद कर गाली-गलौज करते हुए जान से खत्म कर देने की धमकी देने लगा तब यह वापस शादी घर आकर वहां से टांगी लेकर खेत में गया और अनिल के सिर में प्राणघातक हमला कर हत्या कर दिया। आरोपी के निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त टांगी जप्त कर आरोपी जगदेव पिता जुठनराम उम्र 40 वर्ष निवासी ग्राम पकनी थाना चंदौरा को गिरफ्तार किया गया है कार्यवाही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो व एसडीओपी प्रतापपुर सौरभ उईके के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी चंदौरा प्रदीप सिदार, एएसआई सुनील भारती, प्रधान आरक्षक शैलेश सिंह, प्रमोद लकड़ा, आरक्षक रविन्द्र जायसवाल, शेखर मानिकपुरी व सैनिक ज्वाला प्रसाद सक्रिय रहे।

पुलिस लाइन में जनरल परेड, उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों को डीआईजी/एसएसपी सूरजपुर ने किया पुरस्कार देकर किया सम्मानित, जवानों से पूछी समस्याएं- दिया निराकरण का आश्वासन, वाहन चालकों की कुशलता को परखा।

 

सूरजपुर। डीआईजी व एसएसपी श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने जनरल परेड का निरीक्षण किया। जहां उन्होंने जवानों से उनकी समस्याओं के बारे में पूछा और उन्हें निराकरण करने का आश्वासन भी दिया। डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर द्वारा शुक्रवार, 02 मई 2025 की सुबह रक्षित केन्द्र में जनरल परेड का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की वेशभूषा का निरीक्षण किया। अच्छी वेशभूषा वाले 52 पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों को प्रोत्साहन स्वरूप ईनाम दिए, जबकि निर्धारित मानकों पर खरे नहीं उतरने वालों को सजा दी। परेड के माध्यम से पुलिसकर्मियों के व्यवसायिक ज्ञान और दक्षता के विकास पर विशेष जोर दिया और सभी को उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रेरित कर भविष्य में निरंतर सुधार के लिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश भी दिए।

वाहन चालकों की कुशलता को परखा।
           परेड के उपरान्त डीआईजी/एसएसपी श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने शासकीय वाहनों का जायजा लिया और चालकों को वाहन के रखरखाव बेहतर रखने एवं चालकों को नियमित आई चेकअप कराने एवं सुरक्षित रूप से कर्तव्यों का निर्वहन करने के निर्देश दिए। उन्होंने विषम परिस्थिति के दौरान वाहन के गाड़ी के टायर बदलने के प्रक्रिया को देखा और रिस्पांस टाईम में टायर बदलने वाले वाहन चालकों को पुरस्कृत किया। परेड में सीएसपी एस.एस.पैंकरा, एसडीओपी सूरजपुर अभिषेक पैंकरा, डीएसपी मुख्यालय महालक्ष्मी कुलदीप, एसडीओपी प्रेमनगर नरेन्द्र सिंह पुजारी, डीएसपी अनूप एक्का, जिले के थाना-चौकी प्रभारी, पुलिस के अधिकारी व जवान सम्मिलित हुए।

सेवानिवृत्ति एक स्वभाविक प्रक्रिया, अच्छे काम को लोग रखते याद- डीआईजी/एसएसपी सूरजपुर।

 

सूरजपुर। पुलिस विभाग में पदस्थ रहे एएसआई रामजी राम भगत ने 39 वर्ष 1 माह तक लगातार अपनी सेवा देकर 30 अप्रैल 2025 को सेवानिवृत्त हुये। बुधवार को जिला पुलिस कार्यालय में विदाई समारोह का आयोजन किया गया। विदाई समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर समेत कई पुलिस अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
            विदाई समारोह को संबोधित करते हुए डीआईजी व एसएसपी श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने कहा कि सेवानिवृति एक स्वभाविक प्रक्रिया है जो सरकारी सेवा में है उन्हें एक न एक दिन सेवानिवृत होना ही है। उनके द्वारा अपने सेवा काल में किए गए कार्य ही उनकी पहचान है तथा उनके द्वारा किए गए कार्य से ही उनकी पहचान लंबे समय तक लोगों के जेहन में रहती है। उन्होंने सेवानिवृत हुए एएसआई के अच्छे स्वास्थ्य एवं लंबी उम्र की कामना की। इस मौके पर डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर ने सेवानिवृत हुए एएसआई को साल-श्रीफल, स्मृति चिन्ह एवं उपहार भेंट कर सम्मानित किया और पेंशन स्वीकृति सहित देय स्वत्वों का भुगतान के आदेश सौंपा। इस दौरान सेवा निवृत्त हो रहे एएसआई द्वारा सेवा के अनुभव को साझा किया। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो, सीएसपी एस.एस.पैंकरा, डीएसपी मुख्यालय महालक्ष्मी कुलदीप, एसडीओपी सूरजपुर अभिषेक पैंकरा, डीएसपी अनूप एक्का, थाना प्रभारी, जिला पुलिस कार्यालय के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।

सूरजपुर में अवैध प्रवासियों का बड़ी चेकिंग अभियान, 500 व्यक्ति किए गए चेक, नहीं मिले अवैध प्रवासी।

 

सूरजपुर। जिले में अवैध रूप से निवास कर रहे बाहरी व्यक्तियों के खिलाफ पुलिस ने जांच का वृहद अभियान चलाया है। डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर के निर्देश पर पिछले एक सप्ताह से जिले के थाना-चौकी की कई पुलिस टीमों के द्वारा क्षेत्र में अवैध प्रवासियों की सघन जांच करने में लगी हुई है।
             अवैध प्रवासियों की चेकिंग अभियान के लिए डीएसपी अनूप एक्का को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है जो अभियान के दौरान पुलिस टीम के साथ खुद भी सक्रियता से चेकिंग करते नजर आते है। इस अभियान में अभी तक  500 से अधिक लोगों की जांच पड़ताल की गई है। विश्रामपुर थाना क्षेत्र में ग्राम शिवनंदनपुर, फोकटपारा, रेलवे स्टेशन के पीछे दिगर प्रदेश से आकर रहने वाले लोगों का आधार कार्ड, राशन कार्ड सहित अन्य पहचान आईडी देखा गया और उसकी तस्दीक कराई जा रही है। थाना सूरजपुर, भटगांव, जयनगर, प्रतापपुर, झिलमिली, चौकी बसदेई सहित सभी थाना-चौकी क्षेत्र में सूक्ष्मता से अवैध प्रवासी की चेकिंग पुलिस टीमों के द्वारा लगातार की जा रही है।
            डीआईजी व एसएसपी श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने बताया कि यह अभियान जिले में विधि व्यवस्था को सुदृढ़ करने और बाहरी तत्वों पर नजर रखने की व्यापक रणनीति का हिस्सा है। आमजन से अपील की है कि अपने क्षेत्र में बाहरी व्यक्तियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें, ताकि कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग मिल सके और संबंधित की बारीकी से चेकिंग की जा सके। सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया है कि बाहरी व्यक्तियों के सत्यापन की प्रक्रिया को गंभीरता से लेते हुए अपने-अपने थाना क्षेत्रों में संदिग्ध गतिविधियों पर सतत नजर रखें।

डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर के निर्देश पर अनुभाग स्तर पर सीएसपी व एसडीओपी ने विवेचकों को दी नवीन कानूनों का विशेष प्रशिक्षण।

 

सूरजपुर। नवीन आपराधिक कानूनों को लेकर जिले की पुलिस सक्रियता से कार्य कर रही है और नए कानूनों के तहत कार्रवाई की जा रही है किन्तु कुछ मामलों में व्यावहारिक कठिनाइयां को देखते हुए विवेचकों (आईओ) को नवीन कानूनों का प्रशिक्षण दिए के निर्देश डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने पुलिस राजपत्रित अधिकारियों को दिए है। जिसके परिपालन में नवीन तीन कानूनों का प्रशिक्षण अनुभाग स्तर पर सीएसपी व एसडीओपी के द्वारा दी गई।
             सोमवार, 28 अप्रैल 2025 को एसडीओपी ओड़गी राजेश जोशी के द्वारा थाना ओड़गी भवन, सीएसपी एस.एस.पैंकरा ने थाना सूरजपुर, एसडीओपी सूरजपुर अभिषेक पैंकरा ने थाना जयनगर, एसडीओपी प्रेमनगर नरेन्द्र सिंह पुजारी ने थाना प्रेमनगर, एसडीओपी प्रतापपुर सौरभ उईके ने थाना प्रतापपुर व व डीएसपी रितेश चौधरी ने थाना भटगांव में अपने अनुभाग के थाना-चौकी प्रभारी एवं सभी विवेचकों को नवीन कानूनों के संबंध में कैप्सूल कोर्स आयोजित कर बीएनएस (भारतीय न्याय संहिता), बीएनएनएस (भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता) एवं बीएसए (भारतीय साक्ष्य अधिनियम) के प्रावधानों की सविस्तार जानकारी देते हुए डिजिटल एविडेंस कलेक्शन की प्रक्रियाओं को सरल ढंग से समझाया गया।
            इस दौरान पुलिस राजपत्रित अधिकारियों ने प्रशिक्षण में विवेचकों को केस की विवेचना के दौरान होने वाली छोटी त्रुटियों से बचने, साक्ष्य संकलन की सावधानियों, फोटोग्राफी-विडियोग्राफी की उपयोगिता एवं पीड़ितों तथा गवाहों के साथ संपर्क बनाए रखने, पीड़ित को कार्यवाही से अवगत कराने के निर्देश दिए। विवेचकों को बताया गया कि  कानून एवं प्रकियाओं की सटीक जानकारी होने से अपराध की विवेचना उत्कृष्ट होगी और माननीय न्यायालय में आरोपियों के खिलाफ दोषसिद्धि का प्रतिशत बढ़ेगा।

पुलिस के बीट सिस्टम में डीआईजी/एसएसपी सूरजपुर ने सुधार किए, जो जवाबदारी थाना क्षेत्र में थाना प्रभारी की वही बीट क्षेत्र में रहेगी बीट प्रभारी की, पूरे जिले में बीट प्रणाली का नया सिस्टम लागू।


सूरजपुर। बीट प्रणाली पुलिसिंग के लिए बेहद महत्वपूर्ण रणनीति है। बेसिक पुलिसिंग मजबूत करने के लिए डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने बीट सिस्टम में सुधार किए हैं। निरीक्षक, एसआई या एएसआई स्तर का अधिकारी बीट प्रभारी होगा और प्रधान आरक्षक, आरक्षक तथा सहयोगी नगर सैनिक सदस्य बीट अधिकारी होंगे।
            अब तक बीट प्रभारी और पुलिसकर्मियों के पास उनकी बीट में होने वाले अपराधों की जांच करने, अपराधियों को पकड़ने और रात्रि गश्त का काम था। नई व्यवस्था में जो जवाबदारी थाना क्षेत्र में थाना प्रभारी की है बीट क्षेत्र में बीट प्रभारी की होगी। बीट में रहने वालों से जनसंपर्क का काम करना होगा।
            डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर ने 28 अप्रैल 2025 को नई बीट व्यवस्था लागू करने पुलिस अधिकारियों एवं बीट प्रभारियों की बैठक लेते हुए निर्देश दिए है। सोमवार से नया बीट सिस्टम लागू कर दिया गया है। जिले के 22 थाना-चौकी क्षेत्रों में 75 बीट बनाई हैं। उन्होंने बीट प्रणाली को प्रभावी रूप से क्रियान्वयन कराये जाने के सम्बन्ध में पुलिस रेगुलेशन के पैरा के अनुसार कानून व्यवस्था एवं अपराध पर नियंत्रण के लिए पुलिस हल्कों एवं बीट व्यवस्था में दिये गये निर्देशों को विस्तार से बताया।
            उन्होंने पुलिस अधिकारियों को कहा कि सभी बीट प्रभारी क्षेत्र की महत्वपूर्ण जानकारी रखेंगे, आवश्यकता के अनुसार प्रत्येक थाना क्षेत्र में तीन से पांच बीटें गठित की हैं। बीट प्रभारी और अधिकारी दोनों अपनी पॉकेट डायरी में बीट की सेंसेटिव लोकेशन, बीट में रहने वाले हिस्ट्रीशीटर, पुराने अपराधियों की गतिविधियों की जानकारी, स्थायी वारंटी तथा जिलाबदर आपराधिक तत्वों की जानकारी लिखेंगे। बीट में रहने वाले सामाजिक गतिविधि में सक्रिय लोगों और सूचना देने वालों से लगातार संपर्क में रहेंगे। बीट अधिकारी जानकारी से अपने प्रभारी को अवगत कराएंगे। बीट प्रभारी रोल कॉल में या व्यक्तिगत रूप से थाना प्रभारी को जानकारी देंगे। थाना प्रभारी आवश्यक कार्यवाही करेंगे। संबंधित एसडीओपी और वरिष्ठ अधिकारी मॉनिटरिंग करेंगे। इस दौरान

बीट सिस्टम के कार्य।
            डीआईजी व एसएसपी ने पुलिस अधिकारियों व बीट प्रभारियों को कहा कि अवैध गतिविधियों पर नजर रखेंगे और प्राथमिक जवाबदारी एरिया के बीट अधिकारी की होगी जो क्षेत्र में घूमकर एवं वाटसएप ग्रुप के माध्यम से जानकारी एकत्र करेगा और जनता के संपर्क में लगातार रहेगा। बीट अधिकारी से मिलने वाली जानकारी के बाद बीट प्रभारी की जवाबदारी होगी कि प्राप्त सूचना पर तत्काल वैधानिक कार्यवाही की जाए। बीट प्रभारी सप्ताह में कम से कम एक बार बीट का संपूर्ण भ्रमण करेगा। उन्होंने कहा कि अब यह जिम्मेदारी तय कर दी है ताकि व्यवस्था मजबूत हो सके।

पुलिस की सभी बीट में बनी वाटसएप ग्रुप।
            डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर के निर्देश पर बीट प्रणाली को और सशक्त बनाने, प्रत्येक गांव मोहल्ले की छोटी-छोटी घटनाओं की जानकारी सहित महत्वपूर्ण विषयों तथा प्रत्येक गतिविधियों से अपडेट रहने, ग्रामीणों की समस्याओं को जानने एवं निराकरण करने, नागरिकों से सतत समन्वय एवं साइबर अपराध से बचाव कैसे की जाए इसे लेकर जिले के सभी थाना-चौकी क्षेत्र में बने बीट का वाटसएप ग्रुप बनाई जा चुकी है। इस ग्रुप में प्रमुख रूप से आधुनिक दौर में किस प्रकार धोखेबाज कैसे किसी नागरिक को लालच का जाल बिछाकर धोखाधड़ी को अंजाम देता है, म्यूल अकाउंट क्या है और बचाव के क्या-क्या उपाए है इन जानकारियों को साझा की जा रही है।

डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर के निर्देश पर 74 ग्रामों में लगा चलित थाना, नागरिकों को म्यूल अकाउंट, डिजिटल अरेस्ट, साईबर अपराध से बचाव की जानकारी, मौके पर ही किया गया शिकायतों का निराकरण, अवैध कार्यो की सूचना पुलिस को देने की अपील।

 

सूरजपुर। आम जनता के शिकायतों का मौके पर निराकरण करने, डिजिटल अरेस्ट, साईबर अपराध से बचाव, यातायात नियमों के प्रति जागरूकता, महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए बनाए गए अभिव्यक्ति ऐप के बारे में प्रचार-प्रसार तथा गांवों में पुलिस की सक्रिय और प्रभावी उपस्थिति एवं सूचना तंत्र को प्रभावी ढंग से विकसित करने के उद्देश्य को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने जिले के सभी थाना-चौकी प्रभारियों को प्रत्येक गांव में चलित थाना लगाने के निर्देश दिए है।
                 जिले की पुलिस के द्वारा पिछले 5 दिनों में विभिन्न शहरी, ग्रामीण सहित दुरस्थ 74 ग्रामों में चलित थाना का आयोजन कर नागरिकों को डिजिटल अरेस्ट व साइबर अपराध सहित सुरक्षा से जुड़े पहलुओं के प्रति जागरूक करते हुए कई शिकायतों का मौके पर ही निराकरण किया है। इसके साथ ही गांव में होने वाले किसी भी प्रकार के अपराध व अवैध कार्यो की सूचना तत्काल पुलिस को देने की हिदायत दिया है। पुलिस की इस अभियान से ग्रामीणों में उत्साह है और पुलिस के कार्यो में सहयोग के लिए अब वे आगे आ रहे है।

डिजिटल अरेस्ट, महिला सुरक्षा एवं ठगी से सावधान रहने किया जागरूक।
            थाना-चौकी की पुलिस के द्वारा आयोजित चलित थाना के दौरान ग्रामीणों को म्यूल अकाउंट, डिजिटल अरेस्ट के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि डिजिटल अरेस्ट एक साइबर स्कैम है, जिसमें फ़र्ज़ी सरकारी अधिकारी बनकर लोगों को डरा-धमकाकर पैसे वसूले जाते हैं। यह एक तरह का ऑनलाइन ब्लैकमेल है, डिजिटल अरेस्ट में, फ़र्ज़ी अधिकारी वीडियो कॉल पर लोगों को डराते-धमकाते हैं और उन्हें गिरफ़्तारी के झूठे बहाने से डिजिटल रूप से बंधक बना लेते हैं, इस दौरान वे लोगों से लगातार वीडियो कॉल पर बने रहने के लिए कहते हैं और पैसे ट्रांसफ़र करवाते रहते हैं। डिजिटल अरेस्ट की शुरुआत एक मैसेज या फ़ोन कॉल के साथ होती है। फ़र्ज़ी अधिकारी, पुलिस, सीबीआई, नारकोटिक्स, आरबीआई, या दिल्ली या मुंबई पुलिस अधिकारी बनकर बात करते हैं, वे लोगों को यह बताते हैं कि उनके पैन और आधार का इस्तेमाल करके तमाम चीज़ें खरीदी गई हैं या मनी लॉन्ड्रिंग की गई है। कई बार यह भी दावा किया जाता है कि वे कस्टम विभाग से बोल रहे हैं और आपके नाम से कोई पार्सल आया है जिसमें ड्रग्स या प्रतिबंधित चीज़ें हैं। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि आसान भाषा में कहा जाए तो डिजिटल अरेस्ट में फर्जी सरकारी अधिकारी बनकर वीडियो कॉल के माध्यम से लोगों को डरा-धमकाकर उनसे बड़ी रकम वसूल कर लेते है।
                   मौजूद ग्रामीण, महिलाओं व बच्चों को कानून की जानकारी देते हुए अपराध से बचने की समझाईश दी। वर्तमान दौर साइबर अपराध म्यूल अकाउंट, बैंक एटीएम कार्ड बदलकर धोखाधड़ी करने तथा बैंक का अधिकारी अथवा कर्मचारी बनकर मोबाइल से आधार कार्ड एवं एटीएम कार्ड की गोपनीय जानकारी प्राप्त कर बैंक खातों से रकम पार करने की घटित हो रही घटनाओं की विस्तृत जानकारी ग्रामीणों को देते हुए ठगी का शिकार होने से बचने की सलाह दी। इसी क्रम यातायात नियमों की जानकारी देते हुए उसका पालन करने की अपील की। साईबर अपराध, महिलाओं की सुरक्षा के लिए बने कानूनों, प्राकृतिक आपदा के मामले में राहत राशि, सहित विधिक जानकारियों से अवगत कराते हुए कहा कि पुलिस आपकी सुरक्षा के लिए सदैव तत्पर है। महिला सुरक्षा के लिए अत्यंत उपयोगी अभिव्यक्ति ऐप के बारे में अवगत कराया। इसी क्रम में नशा न करने की समझाईश देते हुए नशे से होने वाली आर्थिक, सामाजिक एवं शारीरिक हानियों के बारे में अवगत कराया।

पुलिस के द्वारा यहां लगाया गया चलित थाना, नागरिकों को किया जा रहा जागरूक।
              डीआईजी व एसएसपी श्री प्रशांत कुमार ठाकुर के निर्देश के बाद थाना प्रतापपुर के ग्राम बगदा, खोरमा, चौकी रेवटी के ग्राम गोवर्धनपुर, चौकी खड़गवां के ग्राम मानपुर, केरता, जयनगर के ग्राम कोरया, हर्राटिकरा, चौकी करंजी के ग्राम केनापारा, चौकी तारा के ग्राम तारा, जनादनपुर, चौकी मोहरसोप के ग्राम कछिया, चौकी लटोरी ग्राम कसकेला, तुलसी, थाना भटगांव के ग्राम चुनगड़ी, सेवारीपारा, बंशीपुर थाना विश्रामपुर के शिवनंदनपुर, चौकी उमेश्वरपुर ने ग्राम जयपुर, तारकेश्वरपुर, थाना चांदनी ने ग्राम नवाटोला, थाना ओड़गी ने ग्राम रामपुर, थाना रामानुजनगर ने ग्राम पटना, थाना चंदौरा ने ग्राम डोमहत, चंदौरा, चौकी खड़गवां ने ग्राम खड़गवां, सुखदेवपुर, थाना सूरजपुर के ग्राम देवनगर, चंदरपुर सहित अन्य थाना-चौकी क्षेत्र के ग्रामों में 74 चलित थाना का आयोजन किया है। पुलिस के इस आयोजन में काफी संख्या में नागरिकों को डिजिटल अरेस्ट, साईबर अपराध म्यूल अकाउंट सहित विविध जानकारी देकर सुरक्षा के प्रति जागरूक किया गया।

अवैध कार्यो की सूचना देने की अपील।
            पुलिस अधिकारियों ने चलित थाना के दौरान ग्रामीणों को अवैध कारोबार, अवैध शराब, नशे के धंधे में लिप्त लोगों, जुआ खेलने वालों की सूचना देने की अपील किया ताकि उनके विरूद्ध सख्ती से कार्यवाही की जा सके। इस दौरान जनप्रतिनिधियों, सरपंच, पंच व ग्रामवासियों के सुझाव भी लिए गए। यातायात नियमों की जानकारी देकर उसका पालन करने, घटना-दुर्घटना की सूचना फौरन देने तथा सड़क दुर्घटना में घायलों की मदद कर गुड सेमेटेरियन बनते हुए उन्हें तत्काल नजदीक के अस्पताल ले जाने हेतु प्रोत्साहित किया है।

यातायात के नियम की दी गई जानकारी।
            युवाओं, ग्रामीणों, महिलाओं व बच्चों को यातायात नियम जिसमें दो पहिया वाहन चलाते समय हेलमेट का उपयोग, चार पहिया वाहन में सीटबेल्ट बांधना, अपने साईड पर चलना, तेज गति से वाहन न चलाने, वाहन चलाते समय मोबाईल फोन का उपयोग न करने, शराब पीकर वाहन चालन न करने तथा यातायात संकेतों को दिखाकर संकेत का मतलब समझाया गया, यातायात के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी देकर जागरूक किया गया।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।