गुरुवार, 13 मार्च 2025

डीआईजी/एसएसपी सूरजपुर ने साइबर सुरक्षा उपायों को मजबूत करने पुलिस अधिकारियों को दिए निर्देश। सिम आधारित धोखाधड़ी रोकने और साइबर मामले की विवेचना पेशेगत तरीके से करने के निर्देश। फर्जी सिम जारी करने वालों के खिलाफ होगी कड़ी कार्यवाही। साइबर जागरूकता कार्यक्रम चलाने के निर्देश। डीआईजी/एसएसपी ने साइबर अपराध से बचने बताए टिप्स। साइबर अपराध से बचाव के लिए पुलिस की अपील।

 


सूरजपुर। साइबर सुरक्षा उपायों को मजबूत करने, सिम आधारित धोखाधड़ी को रोकने, ऑनलाईन फ्रांड से निपटने, फर्जी सिम के उपयोग पर पूर्णतः अंकुश लगाने एवं साइबर अपराध की विवेचना पेशेगत तरीके से कराने को लेकर डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने सोमवार, 03 मार्च 2025 को पुलिस अधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने थाना प्रभारियों को कहा कि यदि कोई व्यक्ति अपनी आईडी पर फर्जी सिम कार्ड जारी कराता है या करता है अथवा मनी म्यूलिंग में शामिल होता है, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की़ जाए। आम जनता को बताए कि साइबर ठगी या फर्जी सिम कार्ड से जुड़ी कोई भी जानकारी मिलती है, तो तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें या नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराएं, ऐसी कोई भी शिकायत मिलने पर फौरन एक्शन ली जाए। जिले की पुलिस फर्जी सिम जारी करने वालों के डाटा भी खंगाल रही है।
               डीआईजी/एसएसपी सूरजपुर ने पुलिस अधिकारियों को कहा कि साईबर पुलिस पोर्टल का उपयोग करें, साइबर धोखाधड़ी से निपटने के लिए कड़ा रुख अपनाए, सिम कार्ड के साथ धोखाधड़ी करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए, जालसाजी कर दूसरे के नाम पर सिम जारी कराकर उपयोग के लिए दूसरों को देने वालों को चिन्हित करें, ऐसे संस्थान/दुकान जो नियमों का उल्लंघन करते है उन्हें ब्लैकलिस्ट करने सिम कंपनियों को सूचित करें और कानूनी कार्यवाही के साथ ही सीम विक्रय को लेकर प्रतिबंध लगवाए। साइबर अपराध से जुड़े मामलों में समुचित कार्यवाही कर जल्द निराकरण किए जाए। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो, सीएसपी एस.एस.पैंकरा, एसडीओपी सूरजपुर अभिषेक पैंकरा, एसडीओपी प्रेमनगर नरेन्द्र सिंह पुजारी, एसडीओपी ओड़गी राजेश जोशी, डीएसपी रितेश चौधरी, अनूप एक्का, डीएसपी अजाक पी.डी.कुजूर, जिले के थाना/चौकी प्रभारी, जिला पुलिस कार्यालय के अधिकारीगण मौजूद रहे।

साइबर जागरूकता कार्यक्रम चलाने के निर्देश।
             जिले के थाना-चौकी व साइबर सेल को निर्देशित किया गया है कि चलित थाना, ग्राम चौपाल, ग्राम भ्रमण के के दौरान तथा सोशल मीडिया के माध्यम से साइबर अपराध से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करें। ताकि आम लोगों के दस्तावेजों पर फर्जी सिम कार्ड जारी न हो सके, साइबर अपराधी सिम कार्ड का उपयोग डिजिटल ठगी, शेयर ट्रेडिंग फ्रांड और केवाईसी अपडेट के नाम पर न कर सके। डीआईजी/एसएसपी सूरजपुर ने कहा कि इन आयोजनों में लोगों को बताए कि किसी अन्य के नाम से जारी सिम कार्ड का उपयोग करना या भ्रामक संदेश भेजना अपराध की श्रेणी में रखा गया है ऐसा करने पर जेल भी भेजा जा सकते है।

डीआईजी/एसएसपी ने साइबर अपराध बचने बताए टिप्स।
            डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर ने साइबर अपराध से बचने के टिप्स बताते हुए कहा कि अपने डिवाइस और सॉफ़्टवेयर को अपडेट रखें, एंटीवायरस और मैलवेयर सुरक्षा सॉफ़्टवेयर इंस्टॉल करें, अपने सभी अकाउंट के लिए अलग-अलग और अनोखे पासवर्ड का इस्तेमाल करें, फ़र्ज़ी या अनजान लिंक पर क्लिक न करें, केवल उन साइटों पर अपना कार्ड विवरण दर्ज करें जिनके बारे में आप जानते हैं कि वे वैध हैं, अपने सोशल मीडिया प्रोफ़ाइल की सेटिंग बदलें ताकि केवल करीबी परिचित ही संवेदनशील जानकारी देख सकें, ऑनलाइन गेम खेलने से बचे और सावधानी बरते, संदिग्ध लगे तो अपने बड़ों को बताकर ही उनसे मार्गदर्शन प्राप्त करें अथवा पुलिस की मदद लें,

पुलिस की अपील।
         सूरजपुर पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे अपनी आईडी और दस्तावेजों का दुरूपयोग न होने दें। यदि कोई व्यक्ति अपनी आईडी पर फर्जी सिम कार्ड जारी कराता है या मनी म्यूलिंग में शामील होता है, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही की जाएगी। यदि किसी को साईबर ठगी या फर्जी सिम कार्ड से जुड़ी कोई भी जानकारी मिलती है तो तुरंत साइबर हेल्पलाईन नंबर 1930 पर सम्पर्क करें या नजदीकी पुलिस थाना में शिकायत दर्ज कराएं।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।