गुरुवार, 5 दिसंबर 2024

नशे की सप्लाई चेन पर सूरजपुर पुलिस का कड़ा प्रहार, नशीली सामग्री के मुख्य तस्कर क्रेता को किया गया गिरफ्तार।

सूरजपुर। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री प्रशांत कुमार ठाकुर के निर्देश पर थाना-चौकी की पुलिस द्वारा नशा तस्करों, नशे की सप्लाई चेन को तोड़ने और इस धंधे में लिप्त लोगों के विरूद्ध सख्ती से कार्यवाही करने में लगी हुई है। इसी कड़ी में कार्रवाई करते हुए थाना रामानुजनगर पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के मामले में पूर्व में पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ के आधार पर नशे की सामग्री के मुख्य तस्कर क्रेता को पकड़ा है।
          बीते दिनांक 30.11.24 को एसडीओपी प्रेमनगर के द्वारा ट्रक सहित नशीली मादक पदार्थ अफीम एवं डोडा चूरा सहित 2 व्यक्ति रवि कुमार नेताम व लोकेश को पकड़ते हुए एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही किया था वहीं दोनों से पूछताछ के बाद अफीम व डोडा चूरा विक्रेता झारखंड निवासी महेश कुमार साहू को भी दबिश देकर पकड़ा गया था। इस मामले में नशीली सामग्री के क्रेता/खरीददार फरार था जिसकी सरगर्मी से पतासाजी की जा रही थी।
              एसडीओपी प्रेमनगर व थाना रामानुजनगर की पुलिस फरार आरोपी की लगातार पतासाजी में लगी थी और नई तकनीक की मदद एवं प्राप्त सूचना के आधार पर नशीली सामग्री के मुख्य तस्कर क्रेता/खरीददार राजीव लाल चुरेन्द्र उर्फ राजू पिता फागु राम चुरेन्द्र उम्र 40 वर्ष निवासी ग्राम कहगांव, थाना मानपुर, जिला मोहला मानपुर को दबिश देकर पकड़ा। पूछताछ पर आरोपी ने अपना जुर्म स्वीकार किया जिसके विरूद्व धारा 17(बी), 29 एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही कर विधिवत् गिरफ्तार किया गया है। इस कार्यवाही में एसडीओपी प्रेमनगर नरेन्द्र सिंह पुजारी, थाना प्रभारी रामानुजनगर राजेन्द्र साहू, एएसआई मनोज पोर्ते, आरक्षक युवराज यादव, गजेन्द्र सिंह व दीपक यादव सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।