गुरुवार, 5 दिसंबर 2024

अवैध गांजा के व्यापार में संलिप्तता, वित्त पोषण करने व आरोपी को संश्रय देने वाला 1 और आरोपी गिरफ्तार।

 

सूरजपुर। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री प्रशांत कुमार ठाकुर के निर्देश पर जिले के थाना-चौकी की पुलिस अवैध कारोबार पर लगातार कार्यवाही करने में लगी हुई है और नशे के धंधे में संलिप्त लोगों की धरपकड़ कर रही है। पूर्व में दिनांक 04/11/2024 को चौकी बसदेई पुलिस के द्वारा रेलवे स्टेशन सूरजपुर रोड के गाड़ी पार्किंग से करमबीर कुमार पाटिल उर्फ छोटू से 1 लाख रूपये कीमत के 5 किलो मादक पदार्थ गांजा जप्त कर धारा 20बी एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही कर उसे गिरफ्तार किया गया था, आरोपी से पूछताछ से मिले अहम सुराग के आधार पर अवैध मादक पदार्थ गांजा का अवैध व्यापार करने में संलिप्तता एवं अवैध व्यापार वित्त पोषण करने तथा आरोपी को संश्रय देने एवं सहायता करने के मामले में धारा 27(क), 29 एनडीपीएस एक्ट के तहत आरोपी झारसुगड़ा उड़ीसा निवासी मनोज कुमार सिंह को भी गिरफ्तार किया गया था।
         इस मामले में आरोपी अजय कुमार गुप्ता पिता देवीप्रसाद गुप्ता उम्र 36 वर्ष ग्राम बुन्दिया, थाना भटगांव के द्वारा भी पूर्व में पकड़े गए आरोपी करमबीर पाटिल को मादक पदार्थ का अवैध व्यापार करने में संलिप्तता, वित्त पोषण तथा आरोपी को संश्रय देते हुए सहायता करना पाए जाने पर उसे घेराबंदी कर दिनांक 20.11.2024 को पकड़ा गया और विधिवत् गिरफ्तार किया गया है। इस कार्यवाही में चौकी प्रभारी बसदेई विजय सिंह, एएसआई संजय सिंह, प्रधान आरक्षक आनंद सिंह, आरक्षक नीलेश जायसवाल, अभय तिवारी, प्रदीप सोनवानी व देवदत्त दुबे सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।