सोमवार, 9 सितंबर 2024

हत्या के मामले का खुलासा कर थाना ओड़गी पुलिस ने 2 को किया गिरफ्तार।

सूरजपुर। दिनांक 18.07.24 को ग्राम कुप्पा निवासी रामसेवक सिंह ने थाना ओड़गी में रिपोर्ट दर्ज कराया कि दिनांक 17 जुलाई 24 को बहनोई रामशरण सिंह निवासी जजावल से ससुराल कुप्पा आया था और खाने पीने के लिए घर से बाहर चला गया था दूसरे दिन उठाये तो नहीं उठा ठुडी जबड़ा के पास चोट का निशान दिखाई दे रहा था। जो गिरने या कठोर चीज से मारने से उसकी मृत्यु हुई है। सूचना पर मर्ग कायम किया और शव का पीएम कराया गया। पीएम रिपोर्ट में डॉक्टर के द्वारा मृतक की मृत्यु हत्यात्मक प्रकृति का लेख किए जाने पर अपराध क्रमांक 61/24 धारा 103(1), 238 बीएनएस के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया।
                मामले की सूचना पर डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री एम.आर.आहिरे (भा.पु.से.) ने प्रकरण का खुलासा कर आरोपी को पकड़ने के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो व एसडीओपी ओड़गी राजेश जोशी के मार्गदर्शन में थाना ओड़गी पुलिस मामले की विवेचना के दौरान संदेही रामसेवक से हिकमत अमली से पूछताछ करने पर उसने बताया कि मृतक जजावल से अपने ससुराल कुप्पा आया था जहां खाने-पीने के बाद गाली-गलौज करने लगा, मना करने पर भी नहीं माना जिस कारण आवेश में आकर यह ने हथौड़ा से मारकर हत्या कर दिए। वारदात को अंजाम देने के बाद फुलेश्वरी के साथ मिलकर लाश को जलाने की नियत से जजावल लेकर गए जहां मृतक के घर वाले पीएम कराने के बाद शव को जलाने की बात कहे।
            आरोपी के निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त हथोड़ा जप्त कर आरोपी रामसेवक पिता शिवमंगल सिंह उम्र 66 वर्ष ग्राम कुप्पा नवापारा, थाना ओड़गी व फुलेश्वरी पति स्व. रामशरण सिंह उम्र 52 वर्ष ग्राम जजावल बाजारपारा, थाना चंदौरा को गिरफ्तार किया गया। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी ओड़गी मनी प्रसाद राजवाड़े, एएसआई बृजकिशोर पाण्डेय, प्रधान आरक्षक लखेश साहू, रामाधीन श्यामले, आरक्षक जितेन्द्र पटेल, अमरेन्द्र दुबे, हृदय लाल, बिजेश राजवाड़े, पन्नेलाल राजवाड़े व महिला आरक्षक सुकन्या सिंह सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।