रविवार, 15 अक्तूबर 2023

सूरजपुर के पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों को दी गई विधान सभा निर्वाचन के संबंध में प्रशिक्षण


सूरजपुर। जिले के समस्त पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों को विधानसभा निर्वाचन के दौरान बरते जाने वाले सावधानियों, मतदान के दौरान पुलिस के कर्तव्य व निष्पक्ष चुनाव सम्पन्न कराने को लेकर पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री आई कल्याण एलिसेला के निर्देश पर अनुविभागवार चरणबद्ध प्रशिक्षण, कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। 11 अक्टूबर को प्रथम चरण का पुलिस अनुभाग सूरजपुर, ओड़गी, रक्षित केन्द्र व समस्त कार्यालय के अधिकारी-कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शोभराज अग्रवाल व मास्टर ट्रेनर प्राचार्य पी.सी.सोनी द्वारा दिया गया।
             अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शोभराज अग्रवाल ने कहा कि निष्पक्ष चुनाव कराना लोकतंत्र की मजबूती के लिए आवश्यक है। लोग बिना किसी भय, प्रलोभन के मतदान कर सकें, इसके लिए उचित वातावरण बनाए रखने में पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। मास्टर ट्रेनर पी.सी.सोनी ने पुलिस अधिकारियों को मतदान के पहले, मतदान के दिन और मतदान के बाद की कार्यप्रणाली की जानकारी दी गई। विधान सभा चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता को लेकर पुलिस के कर्तव्य और उनके कार्यो की जानकारी दी। पुलिस अधिकारियों को चुनाव आयोग के द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के संबंध में अवगत कराया गया।
             इस दौरान मास्टर ट्रेनर एस.पी.निषाद, सीएसपी एस.एस.पैंकरा, एसडीओपी ओड़गी राजेश जोशी, डीएसपी अजाक पी.डी.कुजूर, डीएसपी मुख्यालय महालक्ष्मी कुलदीप, डीएसपी नंदिनी ठाकुर, रितेश चौधरी, एसडीओपी प्रतापपुर अरूण नेताम, एसडीओपी प्रेमनगर नरेन्द्र सिंह पुजारी, प्रशिक्षु डीएसपी स्निग्धा सलामे, रक्षित निरीक्षक रामप्रसाद पैंकरा, अशोक गिरी, थाना-चौकी प्रभारी, थाना-चौकी, समस्त कार्यालय व पुलिस लाईन के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।