शनिवार, 22 जुलाई 2023

डकैती मामले में थाना रमकोला पुलिस ने 11 आरोपियों को किया गिरफ्तार, घटना में प्रयुक्त 3 मोटर सायकल व 1 बोलेरो वाहन किया जप्त।

सूरजपुर। ग्राम बड़वार, थाना रमकोला निवासी प्रार्थी चरकू चेरवा थाना रमकोला में रिपोर्ट दर्ज कराया कि दिनांक 16/07/23 को रात 11.00 बजे घर में सो रहा था रात्रि करीब 12.30 बजे अज्ञात व्यक्ति आम पेड़ के सहारे छप्पर में चढ़कर घर के आंगन में कूदकर दरवाजा खोल कुल 7 आदमी घर के अंदर प्रवेश किए 4 आदमी घर के बाहर पहरा कर रहे थे, प्रार्थी तथा उसके तीनों बच्चों को आंगन में लाकर मारपीट करते हुए मोबाईल छिन कर जान से मारने की धमकी देते हुए हनुमान छाप सिक्का देने के लिए बाध्य करने लगे हनुमान छाप सिक्का नहीं देने पर घर का तलाशी लिए एवं चाकू सब्बल से दीवाल में कई स्थानों पर खोदकर हनुमान छाप सिक्का का तलाश किए नहीं मिलने पर प्रार्थी के तीनों लड़का लड़की को अपहरण कर जंगल में ले गए, हनुमान छाप सिक्का का मांग की नहीं देने पर प्रार्थी की लड़की को लेकर फिर घर पर आए घर का तलाशी लिए इसी बीच लड़की मौका पाकर गांव में भाग कर गई। प्रार्थी की रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध अपराध क्रमाक 19/23 धारा 395 ,506, 323, 364(क) भादसं. के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया। पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज श्री रामगोपाल गर्ग व पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री आई कल्याण एलिसेला ने वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों की पतासाजी कर जल्द पकड़ने के निर्देश दिए। थाना रमकोला पुलिस के द्वारा मामले की विवेचना के दौरान मुखबीर की सूचना और नई तकनीक की मदद से 11 आरोपियों को दबिश देकर पकड़ा है। पूछताछ पर आरोपियों ने वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया है जिनके निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त 3 मोटर सायकल व 1 बोलेरो वाहन जप्त कर 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। कार्यवाही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शोभराज अग्रवाल के मार्गदर्शन में एसडीओपी प्रतापपुर अमोलक सिंह के नेतृत्व में हुई जिसमें थाना प्रभारी रमकोला ए.आर.मानिकपुरी, एएसआई नंदलाल सिंह, इन्द्रदेव भगत, कुन्दन राम मिंज, प्रधान आरक्षक नवीन सिंह, अजीत प्रताप सिंह, रविशंकर चौबे, अखिलेश यादव, रोबर्ट तिग्गा, ज्योतिष पटेल, नंदकिशोर राजवाड़़े, तीरथ राजवाड़े, विजय राजवाड़े, हितेश्वर सारथी, युवराज यादव, महिला आरक्षक शर्मिला सिंह व सुमित्रा सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।