सूरजपुर। पुलिस महानिरीक्षक, सरगुजा रेंज श्री रामगोपाल गर्ग के सतत् मार्गदर्शन में पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री आई कल्याण एलिसेला के दिशा-निर्देशन में सूरजपुर पुलिस के द्वारा लगातार अवैध नशे के कारोबार में लिप्त लोगों के विरूद्ध अभियान चलाकर कार्यवाही की जा रही है। इसी क्रम में दिनांक 21.07.23 को थाना सूरजपुर पुलिस को मुखबीर से सूचना मिली कि एक होण्डई कार क्रमांक जेएच 01 एचए 2070 में कुछ लोग नशीली दवाई लेकर बिक्री करने कोरिया की ओर जा रहे थे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शोभराज अग्रवाल के मार्गदर्शन में थाना सूरजपुर पुलिस के द्वारा ग्राम पचिरा में घेराबंदी कर कार सहित आरोपियों को पकड़ा। तलाशी लेने पर आरोपियों के कब्जे से एविल इंजेक्शन 200 नग, टीजेसिक इंजेक्शन 750 नग कुल 950 नग नशीली इंजेक्शन जप्त किया गया जिसकी बाजारू कीमत करीब 4 लाख 75 हजार रूपये है। मामले में नशीली इंजेक्शन व घटना में प्रयुक्त कार जप्त कर धारा 21(सी) एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही कर आरोपी खुशबू खातून पति मंसूर अंसारी उम्र 23 वर्ष निवासी निवासी दलेली, थाना मेडाल, जिला गढ़वा झारखण्ड, शबनम निशा पिता जसीम खान उम्र 25 वर्ष हालमुकाम बचरापोड़ी, थाना खड़गवां, जिला एमसीबी तथा 1 विधि विरूद्ध संघर्षरत् बालक को गिरफ्तार किया गया। मामले में 1 अन्य आरोपी फरार है जिसकी पतासाजी की जा रही है। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी सूरजपुर लक्ष्मण सिंह धुर्वे, एसआई दिनेश राजवाड़े, सुनीता भारद्धाज, एएसआई अरूण गुप्ता, प्रधान आरक्षक मोहम्मद तालिब शेख, आरक्षक रामकुमार नायक, लक्ष्मी नारायण मिर्रे, राधेश्याम साहू, महिला आरक्षक चिंता पैंकरा, चंदा भास्कर व अलका टोप्पो सक्रिय रहे।
CONTACT US ON FACEBOOK
'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।